ये गांव है वीर जवानों का- इस शहीद गांव में 40 से ज्यादा जवान हैं देश के हर कोने में तैनात, कर रहे देश की रक्षा ताकि हम रहे महफूज,,,, पढ़िए आजाद देश के दीवानों की कहानी

बालोद। ग्राम नर्रा में पिछले साल नक्सली हमले के दौरान छगन कुलदीप शहीद हो गए थे। उनकी यादों को सहेजने का काम गांव के 40 से ज्यादा जवान कर रहे हैं। गांव में रेलवे में पदस्थ बेनू राम साहू के नेतृत्व में सरकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ बनाया गया है। जो गांव के विकास को लेकर काम कर रहे हैं। इस स्वतंत्रता दिवस पर यहां देशभक्ति की अनूठी मिसाल देखने को मिल रही है। इस गांव में रहने वाले जवान देश के अलग-अलग कोने में सेवा दे रहे हैं। जो गांव से जुड़े रहे इसलिए अपने शहीद साथी छगन कुलदीप की मिलकर प्रतिमा भी बनवाए हैं। तो वहीं इनके पहल से प्रभावित होकर विधायक संगीता सिन्हा भी हाथ बढ़ाई है और उन्होंने प्रतिमा स्थल के पास गार्डन सौंदर्यीकरण के लिए तीन लाख फंड भी दिया है ताकि प्रतिमा स्थल का लुक भी बदल सके।
सरकार ने नहीं दिया था ध्यान इसलिए साथी आ गए सामने

ज्ञात हो कि शहीद छगन के परिजन लगातार शासन प्रशासन से प्रतिमा बनवाने की मांग करते आ रहे थे वे कई बार सीएम सहित संबंधित विभागों में गए लेकिन सरकार की ओर से प्रतिमा नहीं बन पाई। इस हाल के बाद गांव के अन्य जवानों व सरकारी विभागों में पदस्थ साथियों ने फैसला किया कि हम सब मिलकर देशभक्ति की मिसाल को जिंदा रखेंगे और शहीद छगन कुलदीप के सम्मान में उनकी प्रतिमा बनाएंगे मिलजुल कर सभी साथियों ने प्रतिमा भी तैयार कर ली और नवरात्रि के समय इसके लोकार्पण की तैयारी भी हो रही है।

देश के अलग-अलग कोने में कोई आर्मी में तो कोई अन्य फोर्स में है पदस्थ
शहीद छगन कुलदीप यहां के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत थे। उनसे प्रेरित होकर कई युवक सेना में हैं तो कई अलग-अलग विभागों में है। कई देश की सरहद पर रक्षा कर रहे हैं तो कई जिले की अलग-अलग सीमाओं पर मोर्चा संभाल रहे हैं। प्रमुख रूप से आर्मी में भोलाराम साहू मेरठ, पुकेश ठाकुर अरुणाचल प्रदेश, भीगेंद्र साहू जम्मू कश्मीर, कन्हैया लाल मंडावी श्रीनगर, सीआरपीएफ में तिलोकचंद साहू ग्रेटर नोएडा ,चुन्नीलाल साहू गरियाबंद ,आईटीपीबी में विनोद सोरी एंटी नक्सल ऑपरेशन, किशोर साहू राजनांदगांव में भी मोर्चा संभाले हैं। सीएएफ में भी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रामसाय मंडावी बीजापुर, रामदेव मंडावी बीजापुर, प्रकाश बंजारे बलरामपुर, भुनेश्वर साहू रामानुजगंज, भूपेंद्र साहू रायपुर में सेवा दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस में भी अखिलानंद साहू दंतेवाड़ा, रमेश कुमार साहू धमतरी, राकेश मंडावी बस्तर में तो धनेश साहू दल्ली राजहरा में पदस्थ हैं।

एसटीएफ में भी मन्नालाल ग्वाल वंशी जगदलपुर, नीरज यादव कोंडा गांव में पदस्थ हैं। बीएसएफ में पवन कुमार साहू जम्मू तो एसएसबी में तिलेश कुमार साहू कश्मीर में लॉयन ऑर्डर एसएसबी पर पदस्थ हैं। असम राइफल में भी वीरेंद्र नागालैंड में मोर्चा संभाले हुए हैं। इस तरह देश के अलग-अलग कोने में जवान भारत माता की रक्षा के लिए डटे हुए हैं। शहीद छगन कुलदीप की शहादत के बाद इस गांव को शहीद ग्राम का दर्जा भी मिल चुका है तो वही शहादत से पहले ही कई जवान देश प्रेम का जज्बा लिए गांव से दूर देश की हिफाजत में भी जुटे हुए हैं। जो आज जहां है वहां से देश की स्वतंत्रता की शुभकामनाएं अपने साथियों को देते हुए लोगों के बीच देश प्रेम का पैगाम पहुंचा रहे हैं।