कातिल मां- उस दिन अस्पताल के बाथरूम में नहीं हुआ था मरे हुए बच्चे का जन्म बल्कि बिन ब्याही मां बनी लड़की ने बदनामी के डर से बच्चे का घोट दिया था गला, पुलिस ने 6 माह बाद हत्या का केस दर्ज कर मां को ही भेजा सलाखों के पीछे

बालोद। जिले के गुण्डरदेही थाना क्षेत्र के एक गांव में जनवरी 2020 में एक ह्रदय विदारक घटना सामने आई थी। उस समय मामले की पूरी सच्चाई नहीं उजागर हुई थी । गुण्डरदेही के अस्पताल में एक ऐसी घटना हुई थी कि एक बिन ब्याही मां बनी 17 साल की लड़की ने अस्पताल के बाथरूम में ही एक बच्चे को जन्म दिया था। उस समय तो इस बच्चे को मरा हुआ ही बता दिया गया था। पुलिस सहित पूरा प्रशासन भी यही मानकर चल रहा था कि उक्त बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ है और उस समय मामले में सिर्फ प्रेम प्रसंग समझकर पुलिस छानबीन कर रही थी। जिस युवक के कारण लड़की को ये दिन देखने पड़े उसके खिलाफ उसी समय रेप का मामला भी दर्ज हो गया था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया लेकिन मामले की गहराई से छानबीन की गई तो 6 महीने बाद ऐसी सच्चाई सामने आई कि पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए।

उस दिन बाथरूम में नवजात बच्चे की मौत पहले से नहीं हुई थी बल्कि उसे उसकी उसी मां ने ही गला घोटकर मारा था। जिसने खुद दर्द से तड़पते हुए प्रसव पीड़ा झेल कर उसे इस दुनिया में लाई थी लेकिन बदनामी के डर और तनाव में आकर मां ने ही अपने बच्चे का गला घोट दिया था। इस बात का खुलासा होने के बाद सारे सबूतों और बयानों के आधार पर पुलिस ने अब मां के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।

यहां से खुला राज और पुलिस की जांच की दिशा बदल गई

दैनिक बालोद न्यूज़ डॉट कॉम ने जब मामले की तह तक जाते हुए इस पूरे केस की पड़ताल की तो यह बात उजागर हुई कि पहले तो नवजात बच्चे की बाथरूम में ही मौत के बाद पुलिस मर्ग कायम करके जांच कर रही थी क्योंकि मामला छोटे बच्चे का था। फॉरेंसिक जांच भी हुई थी इसलिए बारीकी से जांच के लिए मामला फॉरेंसिक टीम को भी भेजा गया था। मेडिकल कॉलेज रायपुर से बच्चे का पीएम रिपोर्ट भी आया ।

जिसमें डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया कि इस बच्चे की मौत प्रसव के पहले यानी गर्भ में नहीं बल्कि इस दुनिया में आने के बाद हुई है और यह प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि इसे गला घोट कर मारा गया है। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टरों द्वारा इस अहम खुलासे का जिक्र किए जाने के बाद पुलिस की जांच की दिशा ही बदल गई और मामले ने नया मोड़ लिया और एक मां की यह घिनौनी करतूत सामने आ गई जो अपने ही बच्चे की जान की दुश्मन बन बैठी थी।

नाबालिग थी घटना के वक्त इसलिए बाल गृह दुर्ग भेजा गया

मामले में थाना प्रभारी रोहित मालेकर का कहना है कि जिस वक्त यह घटना हुई थी उस वक्त पीड़िता नाबालिग भी थी। इसलिए घटना वक्त के हिसाब से केस में हत्या का मामला तो दर्ज हुआ है लेकिन पीड़िता यानी अपने ही बच्चे की हत्या करने वाली बिन ब्याही मां को फिलहाल हिरासत में लेकर दुर्ग बाल गृह भेजा गया है। उसके खिलाफ धारा 302 का केस दर्ज हुआ है।

रिश्तेदार युवक के साथ ही था अफेयर


वहीं मामले में पूर्व में जिसके कारण वह गर्भवती हुई उस युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हो चुका है। युवकों को गिरफ्तार किया गया है वह भी उसी के ही परिवार का है। जिसके साथ लड़की का लगभग दो-तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था और इसी के चलते वह गर्भवती हो गई थी।

घर वालों को भी नहीं रहता था पता कि उनकी बेटी है गर्भवती


मामले में जब पुलिस ने बारीकी से छानबीन की तो ऐसी भी बात सामने आई थी घरवालों तक को भी उनकी बेटी के गर्भवती होने का पता नहीं चलता था। वह ऐसे कपड़े पहनती थी कि एकाएक कोई पहचान ना सके कि वह गर्भवती है और उनके गर्भ में बच्चा भी पल रहा है। घरवाले इससे पूरी तरह से अनजान थे।

पेट दर्द होने की शिकायत पर उसे परिजन अस्पताल लाए थे। जहां फिर चुपके से मामले को दबाने की कोशिश कर रही पीड़िता जब प्रसव पूर्व पीड़ा दर्द नहीं सह पाई तो वह बाथरूम में गई और वहीं पर ही प्रसव हो गया। कुछ देर बाद वहीं पर ही बिन ब्याही मां बनी लड़की ने अपने बेटे का गला घोट दिया और जब हो हल्ला मचा तो यह बात कही गई कि उसने मरे हुए बच्चे को जन्म दिया था। बाद में पीएम रिपोर्ट में स्पष्ट कारण आने के बाद नए सिरे से जांच की गई और अब हत्या का मामला दर्ज हुआ है।