साथी हाथ बढ़ाना,,,,,यहां हर काम होती है एकता से, खेती से लेकर मदद में भी मिलजुल कर करते हैं प्रयास, सामूहिक खेती से 7 घंटे में मजदूरों ने 5 एकड़ खेत में लगा दिया रोपा

विजय गुप्ता,दल्लीराजहरा। नगर के जनमुक्ति मोर्चा कृषि कार्यालय की 5 एकड़ खेत में राेपा 7 घंटे में संगठन से जुड़े लगभग 200 महिला पुरूषों ने विलुप्त हो रही सामुहिक कृषि संस्कृति का अनूठा उदाहरण पिछले 1 दशक से दे रहे है। इस कार्य में नगर के अलावा धोबेदण्ड, झिकाटोला, कोड़ेकसा, रायगढ़, अरमुरकसा, हितकसा, मुचर, मुकादह, माटकसा, दल्ली राजहरा, कारूटोला, माटकसा, भर्रीटोला, दर्राटोला, सहित आस-पास के गांव के 200 महिला पुरुष सदस्यों ने संगठन के लिए समय निकालकर काम किया।

जमुमो अध्यक्ष जीत गुहा नियोगी ने बताया कि सामूहिक खेती का उद्देश्य शंकर गुहा नियोगी के संघर्ष के साथ-साथ निर्माण की अवधारणा से प्रेरित होकर चलना है और इसकी सफलता इसी बात पर निर्भर है कि आसपास के महिला व पुरूष मजदूर निःस्वार्थ बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। आधुनिकीकरण की होड़ में अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे है, को छत्तीसगढ़ को परंपरा सामुहिक खेती द्वारा लोगो मे एकजुटता को प्रेरित करने के साथ मिलकर सब काम को आसान करने की भी सीख है। उन्होंने बताया कि पैदावार को संगठन के लोगों द्वारा खुद के साथ-साथ गरीब वर्ग व अस्पताल में भर्ती व्यक्ति को खाना खिलाने के लिए किया जाता है। हर साल करीब 90 क्विंटल धान की उपज प्राप्त होती है, जिसमे 60 किवंटल धान को सोसायटी में बेचने से मिली रकम को शहीद शंकरगुहा नियोगी स्कूल में बच्चों के निःशुल्क शिक्षा में लगाया जाता है।

क्षेत्र के अस्पतालों के मरीजों के लिए भी पहुंचाते हैं खाना –
आस-पास के अस्पतालों में यदि कोई मरीज दूर गांव से इलाज कराने के लिए आता है और अगर उसके पास खाना बनाने की सुविधा नहीं होती है तो ऐसे समय में उस व्यक्ति के लिए टिफिन में खाना भरकर अस्पताल ले जाया जाता है। इस दौरान कुलदीप नोन्हारे, नरेन्द्र ग्वाल, ललिता निषाद, माधव टेकाम, जय सिंग टेकाम, परमेश्वरी कुरेटी, लोकेश टेकाम, फलेश कुरेटी, कांशीराम कुरेटी, पारूल जुर्री, लामनस कुरेटी, हेराम चंद्राकर, किशन पटेल, हेमंत नेताम, गणेशी, ललिता निषाद, गीता बाई, यशोदा बाई, सतरूपा, यशवंत शामिल थे।

जमुमो के ईश्वर मानिकपुरी ने बताया कि कृषि कार्यालय की एक एकड़ जमीन में सभी तरह की मौसमी सब्जियों की भी पैदावार की जाती है। जिसका उपयोग वे राेजमर्रा कार्यालय में सामूहिक रूप से भोजन के लिए करते हैं। प्रतिदिन उनके कार्यालय में 50 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है। बाहर से शहीद अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों एवं उनके परिजन को ताजी सब्जी उपलब्ध कराया जाता है।

धोबेदंड स्कूल में मजदूर व किसान के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा –
शंकर गुहा नियोगी धोबेदंड हायर सेकंडरी स्कूल में 12वीं तक के विद्यार्थियों को नि:शुल्क शिक्षा व्यवस्था दिया जा रहा है। यहां पढ़ने वाले बच्चों से किसी तरह की फीस नहीं ली जाती। सिर्फ बोर्ड के छात्राओं से ही फार्म का शुल्क लिया जाता है।

शास्त्री नगर में मकान टूटा तो गरीब परिवार को बना कर दिया आशियाना –
दो माह पूर्व नगर के शास्त्री नगर वार्ड 21 में रेलवे कालोनी के 3 सदस्यों के एक छोटे से परिवार जिसमें कुनाल निर्मलकर 14 वर्ष अपनी मां लक्ष्मी बाई 30 वर्ष तथा नानी ललिता बाई 70 वर्ष छोटे से मकान में रहते थे। जिनका मकान पूरी तरह से टूटा-फूटा एवं खराब स्थिति में था। उसे आशियाना बनाकर दिया गया।