लुटेरों की रोचक कहानी- नशे की लत को पूरा करने दो युवक बने लुटेरे, असली जैसा दिखने वाले नकली पिस्तौल को भी कबाड़ की जुगाड़ से बनाया था

गुंडरदेही पुलिस की गिरफ्तारी के बाद युवकों ने किया अपराध की वजह का खुलासा


बालोद। जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र में दो युवकों के साथ हुई लूटपाट की घटना में पुलिस ने उसी इलाके के सिकोसा के दो आरोपियों को दबोचा है। जिन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस पूछताछ में उन आरोपियों ने अपने लुटेरे बनने की वजह सामने लाई तो पुलिस यह जानकर हैरान रह गई कि सिर्फ अपने नशे की लत को पूरी करने के लिए दोनों युवक लूटमार का रास्ता अपना बैठे थे। फिल्मी अंदाज में बकायदा पिस्टल दिखाकर दोनों लूटपाट करते थे। पकड़े गए आरोपी जफर मोहम्मद उर्फ राजा पिता जहीर मोहम्मद 20 साल सिकोसा का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि वह पहले भी इस तरह एक व्यक्ति को पिस्टल दिखाकर लूट चुका है तो वही बताया कि अपने ही गांव के 19 साल के प्रीतम गोयल उर्फ छोटू को भी उसने अपने गिरोह में शामिल किया और राह चलते लोगों को लूटने का सिलसिला शुरू किया ।

कबाड़ से जुगाड़ कर बनाया था नकली पिस्तौल देखने में लगता है असली


आरोपियों से जो पिस्टल बरामद की गई है वह देखने में असली ही लगती है। आरोपियों ने बताया कि कबाड़ से जुगाड़ कर दोनों ने यह पिस्टल तैयार किया था ताकि देखने वाले भी हैरान हो जाए कि यह कहीं असली तो नहीं। लूट के शिकार होने वाले लोग इस पिस्टल को असली समझ कर घबरा जाते थे और फायरिंग के डर से जो माल उनके पास होता था उन्हें सौंप कर भाग जाते थे। पिस्टल की आड़ में गुंडागर्दी करते हुए दोनों लुटेरे राहगीरों को परेशान करते थे। जानकारी के मुताबिक दोनों ने अन्य लोगों को भी लूट का शिकार बनाया था लेकिन जान के खतरे को देखते हुए और कोई प्रार्थी सामने नहीं आया। 6 जुलाई की रात को दोनों आरोपियों ने प्रार्थी शशिकांत ठाकुर निवासी झिका से जुनवानी से सिकोसा रेलवे स्टेशन दनिया रोड के पास लूटपाट की थी और शशिकांत ने ही इनके खिलाफ आवाज उठाते हुए रिपोर्ट लिखवाई थी।

एक्स्ट्रा कमाई का जरिया था अपराध
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों अतिरिक्त पैसों के लिए यह काम करते हैं ताकि शराब व अन्य नशे की लत को उन पैसों से पूरा कर सके गांव में रोजी मजदूरी व ट्रैक्टर चलाने का काम करने वाले आरोपी अब पैसों के लालच में पड़कर लुटेरे बन जाएंगे इसकी कल्पना भी उनके परिजनों ने नहीं की थी।