पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल में हमारे नायक के रूप में जिले की शिक्षिका नीलम कौर की स्टोरी को मिला स्थान
जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव ने लिखी है उनकी सफलता व परिश्रम की कहानी, कोटगांव हायर सेकेंडरी स्कूल में अंग्रेजी की व्याख्याता है नीलम कौर, नए-नए तरीकों से दे रही है बच्चों को शिक्षा
बालोद। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई के लिए हाल ही में cgschool.in के अंतर्गत पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल शुरू किया गया है। जिसमें शिक्षकों को नए-नए तरीकों से पढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस पोर्टल में जो शिक्षक अच्छा काम कर रहें हैं, उन्हें हमारे नायक की उपाधि देकर उनकी स्टोरी को भी स्थान दिया जाता है। ताकि उनसे प्रेरित होकर दूसरे जिले के किसी भी कोने के शिक्षक उनका अनुसरण कर आगे बढ़ सके। पहली बार जिले से भी हमारे नायक के रूप में कोटगांव हायर सेकेंडरी स्कूल की शिक्षिका नीलम कौर की स्टोरी को इस पोर्टल पर स्थान मिला है। उनकी स्टोरी के जिला बालोद के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, विकासखंड गुंडरदेही ने लिखा है।

अपनी शिक्षण कला से बच्चों को प्रभावी शिक्षण दे रही है नीलम कौर
अंग्रेजी व्याख्याता के पद पर पदस्थ नीलम कौर अपनी नवीनतम शिक्षण तरीकों से प्रभावी शिक्षण दे रही है। उन्होंने बताया कि 2013 से विषय अपने की ट्रेनर रही है, तब से ही आपने बालोद जिले के पूरे पांचो ब्लॉक के शिक्षकों को लेकर ग्रुप बनाई हुई है और साल भर उस पर कई समस्याओ का समाधान करती है, जो विषय आधारित व अकादमिक को लेकर होती है। कोरोना महामारी की वजह से अभी लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है एवं आज जब हमारे स्कूल बंद हो गए, तब छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी कार्यक्रम “पढ़ई तुंहर दुआर” अंतर्गत ऑनलाइन कार्यक्रम क्रियान्वित किए जा रहे है, तब नीलम कौर द्वारा भी इस कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई जा रही है।
स्वयं ऑनलाइन क्लॉस ले रही है, साथ ही वह सर्वाधिक शंका समाधान करने वालों की सूची में स्थान बना चुकी है। इसके अलावा वर्तुअल ग्रुप बनाकर उस ग्रुप में ही आपने बच्चों को मार्गदर्शन दे रही है एवं विभिन्न ऑनलाइन कक्षाओं की जानकारी भी दे रही है। बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं के सारे लिंक शेयर कर देती है ताकि कोई क्लास मिस न हो, चाहे जिले की हो या राज्य की। नीलम कौर द्वारा बालोद जिले की ऑनलाइन क्लास हेतु पहल करते हुए शुरू होने से पहले ही टाइम टेबल बना कर सारे कोर्स को आपस में बांट लिया गया। जिससे सबका समय भी बचे और पूरा कोर्स की क्लासेज भी अच्छे से हो जाएं। अपने जिले में ऑनलाइन क्लासेस चालू हुई है जिसका लाभ बड़ी संख्या में बच्चे ले रहे। इसके लिए नीलम कौर ने कई बच्चों के माता-पिता से भी बात की, कि वे अपने बच्चों को फ़ोन दे, जब उनकी क्लास हो। अब लगातार ऑनलाइन क्लास में बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है।

शासन के पोर्टल की अप्रूवर भी है नीलम
नीलम कौर पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम में अप्रुवर की भूमिका निभा रही है, जिसमे जो सामग्री शिक्षक बना कर अपलोड करते है, उस कन्टेन्ट को अपलोड करने के लायक है या नहीं, इस पर अपनी सहमति-असहमति देती है। नीलम कौर द्वारा शिक्षकों को वीडियो ऑडियो बनाने लगातार प्रोत्साहित करती रहती है एवं किसी शिक्षक को कोई भी मार्गदर्शन की आवश्यकता हो, तो हमेशा तैयार रहती है। इसके अलावा नीलम कौर द्वारा स्वयं भी कई पावरपॉइंट तैयार किया गया है, जिससे बच्चे इससे लाभान्वित हो सके। उन्होंने अपने स्कूल का वाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। जिसमे क्लास के बाद बच्चे अपना फीडबैक रखते है। स्क्रीन शॉट भेजते है। हाल ही में शिक्षकों की एक वेबिनार में ऑनलाइन ट्रेनिंग नीलम कौर ने ली थी, जिसमे ऑनलाइन क्लासेज और लॉकडाउन खुलने के बाद हम बच्चों को कैसे पढ़ाए, विषय पर सार्थक चर्चा हुई।