Exclusive- जवाहरपारा के पूर्व युवा कांग्रेस नेता यूनुस खान की मौत, अफसरों को कोरोना का अंदेशा, सैंपल लेकर जगदलपुर जांच के लिए भेजा इधर अब तक लाश को मर्च्युरी में ना रखवाने पर परिजनों में आक्रोश

बालोद। शहर के जवाहर पारा के रहने वाले 42 वर्षीय पूर्व युवक कांग्रेस नेता यूनुस खान की सुबह 7 बजे संदिग्ध मौत हो गई। हालांकि परिजनों का कहना है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। आनन-फानन में उन्हें स्वास्थ्य संचय क्लीनिक सदर बाजार ले गए। जहां फिर डॉक्टर ने उनकी मौत की पुष्टि की। कुछ दिन पहले ही जवाहर पारा में एक कोलकाता से लौटा हुआ युवक कोरोना पॉजिटिव निकला है। इसके संपर्क में आने के कारण यूनुस खान के परिजन सरफराज को भी परिवार सहित होम क्वॉरेंटाइन किया गया था। यूनुस भी उसी घर में रहता था। क्योंकि मौत संदिग्ध भी है। इसलिए कोरोना का भी अंदेशा मानकर स्वास्थ्य विभाग डेड बॉडी की भी कोरोना टेस्ट करवा रही है और परिजनों को तब तक सुपुर्द ए खाक (अंतिम संस्कार) करने से मना किया गया है जब तक कि उसकी रिपोर्ट नहीं आ जाती। इधर यूनुस के बड़े भाई असलम ने आरोप लगाया कि सुबह 9 बजे से हम विभाग के कर्मचारियों को देख रहे हैं लेकिन वे उनके भाई के शव को मर्च्युरी में रखने के लिए नहीं आए हैं। उनका शरीर अकड़ रहा है। हम भी प्रशासन का सहयोग करना चाहते हैं लेकिन इस तरह से लापरवाही की जा रही है।

क्या कहते हैं बीएमओ

बीएमओ डॉ एसके सोनी ने बताया कि सरफराज खान को परिवार सहित होम क्वारेंटाइन किया गया था। जो कोरोना मरीज के संपर्क में आए थे। यूनुस खान भी उन्हीं के घर का सदस्य है और आकस्मिक मौत हुई है। मौत कैसे हुई है इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट से तो होगी, साथ ही अगर उसे कोरोना था या नहीं इसकी जांच जरूरी है। ताकि किसी तरह का संदेह ना रहे। इसलिए सैंपल लेकर जांच के लिए जगदलपुर भेज दिया गया है। दो-तीन दिन में रिपोर्ट आएगी।