जिन्हे अपनों ने ठुकराया उन्हें दूसरों ने अपनाया , जानिए ऐसा हुआ क्या था?
विजय गुप्ता, दल्लीराजहरा| परिवार के लोगो द्वारा घर में पनाह नही दिए जाने के बाद बेघर गर्भवती महिला व उनके पति को तहसीलदार प्रतिमा ठाकरे,नगरपालिका अध्यक्ष शिबू नायर व मुख्य सहयोगी के रूप में पार्षद टी ज्योति ने सहारा दिया। जानकारी के अनुसार नगर के वार्ड 24 रानी लक्ष्मीबाई वार्ड में पहले रहने वाला अभिषेक बाघमारे की 1 वर्ष पूर्व रूपेश्वरी से शादी हुई और दोनों लड़की की बुआ के घर में रहे। लगातार आर्थिक तंगी से जूझ रहा ये युवक अपनी 9 माह की गर्भवती पत्नी को ले 3 दिनों पूर्व वह भिलाई से दल्लीराजहरा निकला। गुंडरदेही तक पैदल चलने के बाद सब्जी गाड़ी में वार्ड क्रमांक 26 बस्ती में निवासरत अपने चाचा के घर पहुँचा लेकिन उसके चाचा ने भतीजे से पुराने झग़डे व गलत आचरण व्यवहार की बात कह घर से निकाल दिया। भतीजे से रोष इतना था कि उन्हें उस गर्भवती बहु व उसके पेट मे पल रहे बच्चे के तकलीफ का भी ख्याल नही किया, जिसके बाद दम्पति शहीद शंकर गुहा नियोगी बस स्टैंड चौक में रात्रि 9 बजे दुखी अवस्था मे बैठे थे।
इस दौरान लोगो की नजर उनमें गई, लोगों ने उनकी तकलीफ सुनी। जिसके बाद बस स्टैंड मुनीम अफसर कुरैशी ने पुलिस और आला अधिकारियों से संपर्क साधा। लोगो ने वार्ड पार्षद से मिलने रेलवे कॉलोनी स्थित उनके निवास पहुँचाया। जहाँ पुलिस गाड़ी भी पहुँची। रात्रि में महिला की स्थिति को देखते हुए पार्षद टी ज्योति ने मानवता का परिचय देते हुए उनकी पूरी बात सुनी व घर मे खाना खिला रेलवे ईस्टीट्यूट में वैकल्पिक रहने की व्यवस्था की। सुबह तहसीलदार प्रतिमा ठाकरे, नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर एवं पार्षद टी.ज्योति ने पीड़िता से मिलकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्हे और दो दिनों तक रेल्वे ईस्टीट्यूट में ठहरने की व्यवस्था की गई। बेसहारा दम्पति के लिए नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा दो दिनों के लिए दोनों टाइम का पका हुआ भोजन व सुबह का नाश्ता देने की बात कही है। वही तहसीलदार ने काम मिलते तक दंपति को 15 दिनों तक का सूखा अनाज उपलब्ध कराया। तहसीलदार प्रतिमा ठाकरे ने कहा की 9 माह की गर्भवती महिला के स्वस्थ व चेकअप के लिए स्वस्थ कर्मी को कहा गया है। भोजन की व्यवस्था की गई है। पार्षद से चर्चा कर वर्तमान में इन्हें रेलवे के खाली पड़े क्वार्टर में शिफ्ट किया गया है।