ग्रामीण क्षेत्र एवं नगरीय क्षेत्रों में छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक का आयोजन पारंपरिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर

जिले भर में रहा उल्लास एवं उत्साह का माहौल,गिल्ली भंवरा,डंडा, पिट्टूल जैसे खेलों में बच्चों की रही धमाचौकड़ी, महिलाएं भी खेलों में भाग लेने में नहीं रहीं पीछे

अब 15 से 20 अक्टूबर 2022 तक जोन स्तर में प्रतियोगिता का होगा आयोजन

दैनिक बालोद न्यूज/राजनांदगांव

राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक का आयोजन पारंपरिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर है। जिले भर में उल्लास एवं उत्साह के माहौल में 6 से 11 अक्टूबर 2022 तक खेलों का आयोजन किया गया। इस आयोजन से खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ ही खेल भावना का विकास हुआ है। इस दौरान गिल्ली भंवरा,डंडा, पिट्टूल जैसे खेलों में बच्चों की धमाचौकड़ी रही, तो वही युवाओं ने भी कबड्डी, खो-खो, लंबी कूद जैसी प्रतियोगिता में अपना दम-खम दिखाया। महिलाएं भी खेलों में भाग लेने में पीछे नहीं रहीं। रस्साकस्सी, बिल्लस, एवं लंगड़ी दौड़ जैसे खेलों में अपनी ताकत दिखाई। बुजुर्गों ने भी कहा हम किसी से कम नहीं। उन्होंने फुगड़ी, बांटी जैसे खेलों में अपना हौसला दिखाया और रिकार्ड बनाया।

युवाओं ने कबड्डी, खो-खो, लंबी कूद जैसी प्रतियोगिता में दिखाया अपना दम-खम ,बुजुर्गों ने भी कहा हम भी किसी से कम नहीं

गौरतलब है कि अब 15 से 20 अक्टूबर 2022 तक जोन स्तर में प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर 1 जोन बनाया गया है। इसी तरह विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन 27 अक्टूबर से 10 नवम्बर 2022 तक, जिला स्तर पर 17 से 26 नवम्बर तक, संभाग स्तर पर 5 से 14 दिसम्बर 2022 तक तथा राज्य स्तर पर 28 दिसम्बर 2022 से 6 जनवरी 2023 तक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक अंतर्गत दलीय खेल गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा) तथा एकल खेल बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद खेलों का आयोजन किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *