सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुंडरदेही को मिला तबेला का दर्जा , मरीजों के इलाज के बजाय बना रिफर सेंटर

मोबाइल से हो रहा है ईलाज ,जनरेटर बना है सफेद हाथी

दैनिक बालोद न्यूज/चंदन पटेल/गुंडरदेही।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का ईलाज मोबाइल टार्च से किया जाता है। लाईट बंद होने के बाद मरीजों को बिना पंखे लाईट के घंटो घंटो रहना पड़ता है। जनरेटर है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं। उनका ईलाज मोबाइल के टार्च से किया जाता है।

मामला कुछ इस प्रकार है

19 मार्च शनिवार शाम करीब 7 बजे के गुंडरदेही से खुटेरी जा रही सीजी 13 C 4709 बोरेलो वाहन जिसमे एक ही गांव के 5 लोग सवार थे। जो सामने से आ रही बाइक को बचाने के चक्कर में नाले में जा घुसी जिन्हे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही लाया गया। जहा लाईट बंद होने के कारण मरीजों का ईलाज मोबाइल टार्च दिखा कर करना पड़ा। घायल मरीजों को बिना पंखे लाईट के घंटो रहना पड़ा। घायलों में राकेश साहू 23 पिता विमल साहू,सोहन साहू पिता मानी राम साहू,गजेंद्र साहू पिता मनीराम साहू,कैलाश साहू पिता होरी लाल साहू,रवि साहू पिता देवनाथ साहू, को प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव रिफर कर दिया गया।

पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कोमल सोनकर ने कहा कि

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही में मरीजों के ईलाज की कोई सुविधा नहीं है। यहॉ लाईट बंद हो जाता है तो। मरीजों को घंटो बिना लाईट पंखे के रहना पढ़ता है। इन्वर्टर है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं। यहां तक कि मरीजों को रखने के लिए कोई सुविधा नहीं है। गर्भवती महिला को भीषण गर्मी में बिना पंखा के सामान्य वार्ड में रखा गया एवं दुर्घटना ग्रस्त मरीजों को बाहर जमीन पर बैठकर अपने इलाज के बारी का इंतजार करना पड़ा विधायक कुंवर सिंह निषाद को तंज मारते हुए कहा राज्य में और यहा कांग्रेस की सरकार है। इन्वर्टर है लेकिन कोई काम का नहीं। मरीजों का ईलाज मोबाइल टार्च से किया जाता यह बहुत शर्म की बात है। पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला जो कांग्रेस सरकार में देखने को मिल रहा है।

खुटेरी सरपंच नमिता साहू ने कहा कि

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही में मरीजों के ईलाज के लिए कोई सुविधा नहीं है। लाईट बन्द होने के बाद मरीजों का ईलाज मोबाइल टार्च से देख कर किया जाता है। हद तो तब पर हो गई जब एक गर्भवती महिला डीलवरी वार्ड में ना रहकर नार्मल वार्ड में बिना पंखा लाईट के घंटों रहना पड़ा। इन सब समस्याओं को विधायक कुंवर सिंह निषाद को बताने के लिए फोन किया गया तो विधायक फोन रिसीव नहीं किये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही का यही हाल रहा तो इसको बंद करके तबेला बना देना चाहिए। जहा मरीजों का ईलाज अच्छे से ना हो वह हॉस्पिटल किस काम का।

बीएमओ रेणुका प्रसन्नो से मोबाईल से बात करने पर बताया पहले यहां लाईट बंद होने की कोई समस्या नहीं थी। इसी कारण इन्वर्टर की कोई जरूरत नहीं पड़ी।

मिलती है ये सुविधाए???

  1. मोबाइल के टार्च से इलाज
  2. इन्वर्टर है लेकिन उसका सुविधा नही
  3. गर्भवती महिलाएं भीषण गर्मी में
    बिना पंखे के जनरल वार्ड में
  4. एक साथ ज्यादा मरीज पहुंचने
    पर मरीजों के लिए कोई आपात
    व्यवस्था नहीं
  5. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
    गुंडरदेही बना रिफ़र सेंटर
  6. वर्तमान में भाजपा व कांग्रेसियों
    के अनुसार किया जाता है इलाज
  7. धनवंतरी व जेनेरिक मेडिसिन की
    दुकान होने के बावजूद मेडिकल
    स्टोर से खरीदी पड़ती है दवाइयां
  8. धनवंतरी की दुकान पास ही चल
    रहे मेडिकल स्टोर को दे दी गई
  9. पूर्व में जो जेनेरिक दुकानें चला रहे
    थे अब चला रहे हैं धनवंतरी की
    दुकान
    10 धनवंतरी दुकान पहुंचने पर दिखा
    देते हैं सामने मेडिकल दुकान का
    रास्ता यह स्वयं लाकर बेचते हैं
    दवाई

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