अच्छी पहल- धान की बालियों से यहां महिलाओं ने बनाई राखी, कलेक्टर बोले वेरी गुड, “बालोद बंधन” रखना नाम

बालोद। ग्राम पैरी में ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान‘‘ योजना से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ‘धान की बाली‘ से राखियां तैयार की गई है। जिनका शुक्रवार को कलेक्टर जनमेजय महोबे ने निरीक्षण किया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश कुमार चन्द्राकर व महिलाओं ने कलेक्टर को सामग्री निर्माण के लिए प्रशिक्षण, अब तक तैयार की गई अलग-अलग सामग्री, विक्रय तथा आमदनी आदि की जानकारी दी।

कलेक्टर ने समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिक रूप से सक्षम व स्वावलंबी बनने प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने स्वसहायता समूह द्वारा आगामी रक्षाबंधन पर्व के लिए ‘धान की बाली‘ से तैयार किए जा रहे राखियों का अवलोकन किया और राखियों को अधिक सुंदर व आकर्षक बनाने तथा पैकेजिंग के लिए मार्गदर्शन दिया। उन्होंने तैयार राखियों का बेहतर मार्केटिंग के लिए प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने तैयार किए जा रहे राखी का स्थानीय नाम जैसे ‘‘बालोद बंधन‘‘ नाम रखने का भी सुझाव दिया। कलेक्टर श्री महोबे ने स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा वहॉ बनाए गए आकर्षक सजावटी सामानों व आभूषणों का अवलोकन कर उसकी सराहना की। उन्होंने समूह द्वारा बनाए गए सामग्रियों के लिए मार्केटिंग और व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने निर्मित सामग्रियों के ब्रांडिंग, पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने और समूहों को अधिक से अधिक आजीविका हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एस.डी.एम. डॉ. प्रियंका वर्मा, तहसीलदार अश्वन पुसाम, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेष भगत, सहायक परियोजना अधिकारी नितेश साहू सहित स्वसहायता समूह की महिलाएॅ उपस्थित थी।