10 हजार 5 सौ मुर्गियों को गड्ढे में डाल किए गए नष्ट
दैनिक बालोद न्यूज़/ बालोद जिले के ग्राम गिधाली स्थित जी.एस. पोल्ट्री फार्म मे मुर्गियो की मौत व बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन द्वारा हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है तो वही प्रदेश से पशु चिकित्सा विभाग टीम बालोद पहुच बर्ड फ्लू मिले जी.एस.पोल्ट्रीफार्म सहित उनके एक किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी फार्म का जायजा लिया साथ ही विभाग ने ग्रामीणों द्वारा पाले जा रहे देशी मुर्गे मुर्गियों व कबूतरों को नष्ट्रीकरण के लिए चिन्हांकित किया है जिसमे 175 देशी मुर्गे मुर्गिया, 32 कबूतर और क्षेत्र मे स्थित पोल्ट्री फार्म मे 10 हजार 5 सौ मुर्गिया को नष्ट की जानी है इसी के तहत शनिवार को देर रात्रि तक रायपुर से पशु चिकित्सा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर के.के. ध्रुव की मौजूदगी में गिधाली स्थित छत्तीसगढ़ पोल्ट्रीफार्म की 10 हजार 5 सौ मुर्गियों को जेसीबी मशीन से गड्ढे खुदवा नष्ट किया गया।
वही आज शाम ग्रामीण किसानों द्वारा पाले जा रहें 175 देशी मुर्गे मुर्गिया व 32 कबूतरों को प्रकिया के तहत आज शाम नष्ट किए जाएंगे।
बड़ी लापरवाही
ग्राम गिधाली स्थित इस जी.एस. पोल्ट्री फार्म मे 9 जनवरी को मुर्गियो हुई मौत के बाद विभाग के द्वारा जाॅच के लिये सेम्पल भेजा गया जिसके बाद एक बड़ी लापरवाही सामने आई है दरअसल जांच सैंपल भेजे गए रात को ही बर्ड फ्लू जांच के लिए सैंपल भेजे जाने की जानकारी मिलते ही पोल्ट्री फार्म से अनुबंध कंपनी द्वारा दो बड़ी गाड़ी ला 5 हजार 6 सौ मुर्गियों को फार्म से उठा रातोंरात ट्रांसफर कर दिया गया। ऐसे में बर्ड फ्लू संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है वह इस मामले में जीएस पोल्ट्री फॉर्म के संचालक टिकेंद्र साहू का कहना है कि मुझे विभाग ने उस समय नहीं बतलाया था कि मुर्गियों को यहां से लाना ले जाना प्रतिबंध है बाद में मुझे एक नोटिस दे जानकारी दिया गया।
अब सवाल यह उठता है कि जब सैंपल जांच के लिए भेजा गया था तो रिपोर्ट आने तक पोल्ट्री फार्म से बाहर लाना ले जाना प्रतिबंध करने की जवाबदारी किसकी थी क्या ऐसे में विभाग के लापरवाह अधिकारी पर कार्रवाई नही होनी चाहिए
खुदा ना खसता या संक्रमण यहां से कहीं और फैल जाए तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी।