लक्ष्मी पूजन का यह है सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, दुकान पूजा के लिए शुभ समय पढ़ें दैनिक बालोद न्यूज

बालोद। आज देशभर में दिवाली मनाई जा रही है। आज दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए बहुत से शुभ मुहूर्त हैं। आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। पंचांग गणना में इस बार द्वितीय तिथि का क्षय हो रहा है। इसके अनुसार, दीप पर्व में रूप चौदस सुबह, तो महालक्ष्मी पूजन शाम को किया जा सकेगा। पूर्व में भी इसी तरह दीप उत्सव मनाए जा चुके हैं। रूप चौदस चतुर्दशी का पर्व अरुणोदयम से पूर्व मनाया जाएगा। 14 नवंबर को महालक्ष्मी पूजन के समय स्वाति नक्षत्र सौभाग्य योग तुला राशि का चंद्रमा तुला राशि का सूर्य धनु राशि के गुरु में होगा। आइए जानते हैं कि आज दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, दुकान का पूजा का सही समय कब है। 

लक्ष्मी पूजन 2020 मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि लक्ष्मी पूजन प्रदोषयुक्त अमावस्या को स्थिर लग्न और स्थिर नवांश में किया जाना श्रेष्ठ माना गया है। प्रदोष काल शाम 5:33 से रात 8:12 तक रहेगा। लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम 5:49 से 6:02 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त में प्रदोषकाल स्थिर वृष लग्न और कुंभ का स्थिर नवांश भी रहेगा।दरअसल 14 नवंबर को देश भर में दिवाली में गुरु ग्रह अपनी राशि धनु में और शनि अपनी राशि मकर में रहेंगे। वहीं शुक्र ग्रह कन्या राशि में नीच रहेगा, इन तीनों ग्रहों का यह दुर्लभ योग वर्ष 2020 से पहले सन 1521 में 9 नवंबर को देखने को मिला था। उस बार भी इसी दिन दिवाली मनाई गई थी। ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शनि को आर्थिक स्थिति मजबूत करने वाले कारक ग्रह माने गए हैं। ऐसे में दिवाली पर यह दो ग्रह अपनी स्वराशि में होने से धन संबंधी कार्यों में बड़ी सफलता का योग बनाएंगे।

सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगी दिवाली 

14 नवंबर दिवाली के दिन रात 8:10 बजे तक स्वाति नक्षत्र रहेगा। इसके बाद पूरी रात विशाखा नक्षत्र रहेगा। पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। शनिवार को प्रदोष काल में स्वाति से बना सिद्धि योग कार्य सफलता के लिए अच्छा माना गया है। स्वाति नक्षत्र चर, चल-संज्ञक नक्षत्र होने के कारण वाहन लेने देने, उद्योग कर्म, दुकानदारी, चित्रकारी, शिक्षक, स्कूल संचालक, श्रृंगार प्रसाधन एवं अन्य कर्म के लिए अच्छा माना जाता है।

दिवाली त्योहार

गोवर्धन पूजा: 15 नवंबर 2020

भाई दूज: 16 नवंबर 2020