गंदी बात- स्कूल में बच्चों से कहता था कपड़े उतारो तो करता था अश्लील बातें, डौंडी ब्लॉक के इस हेड मास्टर को पुलिस ने लिया हिरासत में, आज होगी जेल

बालोद/डौंडी। डौंडी से लगे हुए एक गांव के स्कूल के हेड मास्टर को पुलिस ने अपने ही स्कूल के बच्चों के साथ छेड़खानी व अश्लील बातें करने के आरोप में पॉक्सो एक्ट व धारा 354 के आरोप में बीती रात को हिरासत में ले लिया है। जिसे आज गुरुवार को रिमांड पर जेल भेजा जाएगा। इस हेड मास्टर आनंदराम पिस्दा पर बच्चों व उनके पालकों ने कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं।

हकीकत यह भी है कि जब बच्चों ने यह आरोप लगाए तो पालकों ने उन्हें गांव के बैठक में भी बुलाया, जहां उन्होंने अपनी गलती भी स्वीकारी। जिसके बाद ऐसे हेड मास्टर को ही सबक सिखाने ग्रामीणों ने पूरे मामले की शिकायत थाने में की। मामला बच्चों से जुड़ा होने के कारण तत्काल पुलिस भी एक्शन मोड पर आ गई और देर रात को ही हेड मास्टर को हिरासत में ले लिया गया। जांच व बच्चों से पूछताछ में पुलिस को कई चौंकाने वाली बातें पता चली। दैनिक बालोद न्यूज़.com की पड़ताल में भी बात आई कि 56 साल का यह हेड मास्टर स्कूल में बच्चों से कपड़े उतरवाने की फरमाइश करता था। और भी कई तरह की अश्लील बातें करता था और बच्चों को भी उस अश्लीलता की ओर दुष्प्रेरित करता था।

डौंडी टीआई अनिल ठाकुर व मामले की जांच कर रही टीआई पदमा जगत का कहना है कि आरोपी की इस हरकत के चलते बच्चे परेशान हो गए थे और फिर छात्राओं ने अपने पालकों से इसकी शिकायत की थी।

इस तरह से उठा इस गंदी बात का राज


दरअसल में हेड मास्टर की हैवानियत भरी हरकतों का राज भी दो बच्चों के बीच बातचीत से उठा। बच्चे खेलते खेलते गली में बैठकर अपने हेड मास्टर की करतूतों की चर्चा कर रहे थे। इस दौरान मोहल्ले की किसी महिला ने उनकी बात सुन ली। वह पास जाकर बच्चों से पूछी कि आखिर आप का हेड मास्टर करता क्या है। तब बच्चों ने उस महिला को सारी हकीकत बताई। बात धीरे-धीरे गांव भर में फैल गई और बच्चों के जरिए हर घर तक इसकी चर्चा होने लगी।

मामला गंभीर हो गया और फिर ग्रामीणों ने हेड मास्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्हें बैठक में बुलाया गया ताकि सच्चाई वे खुद बताए कि माजरा क्या है। बैठक में भी हेड मास्टर ने अपनी गलती कबूल कर माफी मांगी लेकिन ऐसा घिनौना काम माफी के काबिल ना था, सो गांव की शिक्षा व्यवस्था सुधरे इसलिए ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस तक पहुंचा दी।