Exclusive- बलवा-ग्रामीण को स्कूल समिति के फंड में गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर से करना पड़ा महंगा, गांव में नोटिस आया तो 9 महिलाओं ने कर दी पिटाई
दीपक यादव,बालोद। यह कोई यूपी बिहार का किस्सा नहीं है। बल्कि अपने बालोद जिले के ही एक गांव का मामला है। जहां पर महिलाओं के गैंग ने एक पति, पत्नी की बेदम पिटाई कर दी है। मंगचुवा पुलिस ने ग्राम जर्राडीह के 9 महिलाओं के खिलाफ मारपीट व बलवा का केस दर्ज किया है। गांव के रहने वाले नवीन कुमार जैन को गांव के स्कूल समिति में मिलने वाली फंड में गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर से करना महंगा पड़ गया। कलेक्टर को जब उन्होंने मामले की शिकायत की तो प्रशासन की ओर से गांव के 16 ग्रामीणों के नाम से नोटिस आ गया था और इस नोटिस पर बवाल मच गया। ग्रामीणों ने बैठक बुला दी और जब नवीन जैन बैठक में नहीं गए तो गांव की 9 महिलाएं उनके घर आ धमके और उन्हें व उनकी पत्नी को घर से बाहर निकाल कर पीटने लगे। मंगचुवा पुलिस ने रविवार की देर शाम को 9 आरोपी महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। टीआई दिलीप नाग ने दैनिक बालोद न्यूज़ को बताया कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की जांच चल रही है।
कैसे हुई घटना पढ़िए, नवीन की जुबानी
नवीन ने बताया मैं ग्राम जर्राडीह में रहता हूं । मेरे गांव में ही दूध की डेयरी है । गांव में फुलसिंग गोड़ का जमीन था। बाल बच्चे नहीं होने के कारण उसने अपने जमीन को जो लगभग 01 एकड़ है, को गांव में प्राथमिक शाला को दान दे दिया था । स्कूल के नाम से उस जमीन का पर्चा बना है । ग्राम विकास समिति वाले उक्त जमीन को रेघा में बोने के लिए नीलामी करते है । जो आय उस जमीन से होती है उसको ग्राम विकास में लगाते है । मुझे इस बात से आपत्ति है कि जब स्कूल की समिति बनी है, उक्त जमीन से मिलने वाला आय को स्कूल समिति के फंड में क्यों नहीं जमा किया जाता है । इसी बात को लेकर मेरे द्वारा इस संबंध में कलेक्टर कार्यालय बालोद को सूचना के अधिकार के तहत् आवेदन किया गया था ।
16 लोगों के नाम से आया था नोटिस
उक्त आवेदन के संबंध में तहसील कार्यालय लोहारा से गांव के 16 लोगों के नाम से नोटिस जारी हुआ था । 06.09.20 को नोटिस के संबंध में गांव में मीटिंग रखी गई थी, पर मैं जानवरों में व्यस्त होने के कारण मीटिंग में नहीं गया था । मैं अपने परिवार के साथ अपने घर में था । सुबह लगभग 09.00 बजे गांव के दुर्गा बाई पिस्दा , सुगन बाई सिन्हा, रजोला बाई सिन्हा, ओमीन बाई यादव, अनिति सिन्हा , कनक सिन्हा, धीरज बाई कारते, सोना बाई राणा, लीला बाई पिस्दा मेरे घर के परछी कमरा अंदर घुस आए और तुम क्यों नोटिस दिए हो, बोलते हुए मुझे और मेरी पत्नी निशा जैन को पकड़ कर खीचते हुए बैठक में ले गए । बैठक में सब गांव वाले बैठे हुए थे । वहां इन महिलाओं ने मेरे साथ हाथ मुक्का से मारपीट किये और मुझे नीचे गिरा दिये । मेरे कपड़े फाड़ दिए । इन महिलाओं के द्वारा मुझे एवं मेरी पत्नी को घर से खीचकर निकालते समय मेरी पत्नी के हाथ में चोट आयी है, मेरा छोटा भाई गौतम जैन, मेरी मां मूली बाई, मेरा लड़का विवेक और विशाल बीच-बचाव करने आए थे।