टीबी रोग पहचानने और पीड़ितों को इलाज के लिए करें प्रेरित


सुरेगांव की संकुल बैठक में मितानिन को दिया प्रशिक्षण


देवरी बंगला ‌।
महिला भवन सुरेगांव में मितानिन कार्यक्रम के तहत संकुल बैठक आयोजित की गई । जिसमें 27 मितानिन को बताया कि गांव व अपने क्षेत्र में यदि किसी को भी टीबी रोग के लक्षण दिखाई दे तो उन का तुरंत इलाज कराने अस्पताल जाने की सलाह दें । जन स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देश के अनुसार मितानीन स्वास्थ्य समस्या को लेकर निरंतर परिवार भ्रमण करें । इस दौरान मितानिन को बताया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा स्थानीय निकाय के अंतर्गत ग्राम पंचायत के साथ सहयोग कर शत प्रतिशत टीकाकरण, कुष्ठ रोग ,मलेरिया , किशोरी स्वास्थ्य एवं टीबी के साथ ही मिशन परिवार कल्याण पर कार्य करें । स्वास्थ्य मितानिन कार्यक्रम के तहत मितानिन प्रशिक्षक केशव शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य मितानिन कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रमों को आम जन तक पहुंचाना है । वही उन्होंने लोगों में व्याप्त भ्रांतियां के कारण कुष्ठ जैसी बीमारी का इलाज नहीं कराने की बात कही । कुष्ठ बीमारी के लक्षण और उपचार के बारे में स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता समय-समय पर जानकारी देते हैं। कुष्ठ एवं टीबी के लक्षण की जांच करने संबंध भी प्रशिक्षण दिया गया है । क्षय रोग के बारे में विकासखंड के चिकित्सा अधिकारी ने भी जानकारी दी । स्वस्थ पंचायत समन्वयक अनीता रामटेके ने बताया कि किशोरी बालिका स्वच्छता को लेकर अपने पारे में जागरूक करना आवश्यक है । कोरोना से अधिक मौत टीबी रोग से हो रही है । संकुल बैठक में सुरेगांव , भुरकाभाट , भेड़ी , भंडेरा केवटनवागांव तथा शिकारीटोला की मितानिन संतोषी देवांगन , प्रेमा देशमुख , देवकी निषाद , लक्ष्मी ठाकुर , पदमा साहू तथा योगेश्वरी भूआर्य के साथ 27 मितानिन उपस्थित थी ।