दुपहिया से लौट रहे ग्रामीण की रास्ता रोककर दिनदहाड़े हत्या, शक गांव के 2 लोगों पर ही, बियर की फूटी बोतल से हुआ हमला

डोंगरगांव। 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कोहका रोड स्थित पुलिया में एक युवक की हत्या हो गई। लगातार आवागमन वाले आम रास्ते में दिनदहाड़े हुई इस हत्या से लोगों में भय व्याप्त है। इस मामले में शक की सुई ग्राम कोहका के एक – दो युवकों पर घुम रही है और पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को पकडऩे का दावा किया है।

मृतक प्रेम मेश्राम


मृतक का नाम प्रेम मेश्राम पिता उमेंद राम, 43 वर्ष है। जानकारी के अनुसार प्रेम मेश्राम ग्राम कोहका (मोहड़) का निवासी था। परिजनों के बताये अनुसार आज सुबह लगभग 10 बजे वह सब्जी व अन्य आवश्यक सामग्री लेने के लिए अपने सुपर डिलक्स एक्सएल दुपहिया वाहन क्र. सीजी 08 जे 8024 डोंगरगांव गया हुआ था। वह जब दोपहर तक वापस नहीं आया तो उसके मंझले भाई जनक मेश्राम ने उसे लगभग ढाई बजे फोन लगाया।

परन्तु मोबाईल में घंटी लगातार जाते रहा और मोबाईल में कोई जवाब नहीं मिला। इस बीच लगभग साढ़े तीन बजे गांव के कुछ लोगों ने बताया कि उसका भाई पुलिया के नीचे औंधे मुंह पड़ा हुआ है। उसकी दुपहिया गाड़ी पुलिया में दाहिने ओर टिकी हुई है।
गांव के कुछ लोगों तथा अपने बड़े भाई एवलाल मेश्राम के साथ वह जब घटनास्थल आया तो देखा कि उसका छोटा भाई पुलिया के नीचे गिरा हुआ है और उसकी मौत हो चुकी है। जानकारी के अनुसार मृतक गांव में किसानी कार्य करता था। उसकी तीन पुत्रियां हैं, जिनमें से सबसे बड़ी लडक़ी कक्षा 11 वीं, मंझली 7 वीं तथा सबसे छोटी कक्षा 3 री में डोंगरगांव में पढ़ती हैं। जबकि, मृतक की पत्नि अभी गर्भवती हैं।
पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए लाश मरचुरी में रखवाया है। पोस्टमार्टम आज शाम होने के कारण नहीं हो पाया। इस मामले में पुलिस ने स्पष्ट रूप से भादंवि की धारा 302 का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। घटनास्थल पर बीयर के बाटल के टुकड़े, पुलिया के ऊपर संभावित हत्यारे के एक चप्पल तथा दूसरी ओर पुलिया के नीचे एक चप्पल पड़ा हुआ मिला है। वहीं पुलिया के ऊपर तथा मृतक का शव जहां पर गिरा हुआ है, उसके पास स्थित सीताफल के पेड़ में खून के छींटे हैं। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहले किसी तरह से उसकी हत्या की गई और फिर उसे उल्टे पुलिया के नीचे गिरा दिया गया, जिससे आने – जाने वालों को वह जल्द न दिखाई न पड़े।


इस संबंध में पुलिस को आशंका है कि इस घटना को गांव के ही एक – दो युवकों ने अंजाम दिया है। घटनास्थल पर मिले चप्पल से भी गांववालों से पूछताछ की जा रही है। घटना को लेकर ग्राम कोहका में दहशत और शोक का वातावरण है। घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर एसडीओपी घनश्याम कामड़े भी निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वहीं थाना प्रभारी केपी मरकाम ने विश्वास जताया है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगें।