विद्यार्थी परिषद ने हिंदी माध्यम स्कूल को बंद करने का किया विरोध, अफसरों को ज्ञापन सौंप दी आंदोलन की चेतावनी

बालोद। जिला मुख्यालय में शासकीय आमापारा स्कूल में हिंदी माध्यम को बंद ना करके यथावत संचालित करने के लिए विद्यार्थी परिषद ने मंगलवार को संयुक्त कलेक्टर सहित जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते हुए कहा कि विभाग ने अंग्रेज़ी माध्यम के लिए मातृभाषा हिंदी के स्कूल को बंद करने की तैयारी कर ली है। परंतु विद्यार्थी परिषद का मत है कि अंग्रेज़ी माध्यम के साथ-साथ हिंदी माध्यम को भी संचालित की जानी चाहिए।विद्यार्थी जिस माध्यम में अपना पढ़ाई करना चाहे वह कर सकता है। परंतु विभाग द्वारा हिंदी माध्यम को बंद करने जैसा निर्णय छात्र हित में नही लगता।
हिंदी माध्यम में पढ़ने जाना होगा दूर
अब हिंदी स्कूल को बंद कर देने से स्थानीय मुहल्ले के बच्चों को हिंदी माध्यम में पढाई करने के लिए नेशनल हाईवे को पार कर दूसरे मुहल्ले में जाना पड़ेगा। जो कि छात्रों के लिए कठिनाइयों से भरा होगा। अभाविप के नेताओं ने बताया कि हिंदी माध्यम को बंद करने का विरोध वहां के पालकों द्वारा भी लगातार किया जा रहा है। जो कि ज़ायज है। वही संयुक्त कलेक्टर ने आश्वासन देते हुए शासन से मुहल्ले के बच्चों के हित में उचित निर्णय लेने की बात कही।
वरना करेंगे आंदोलन


अभाविप ने चेतावनी दी है कि शासन प्रशासन व विभाग के द्वारा छात्र हित में निर्णय ना लेने की स्थिति में विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होगा। ज्ञापन के दौरान अभाविप के जिला संगठन मंत्री दीपक गुप्ता, जिला संयोजक डिकेश चंद्राकर, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुमित कौशिक, जिला कार्यसमिति सदस्य सोनू सोनकर ,नगर मंत्री आशुतोष कौशिक, उपाध्यक्ष शिवम् डड़सेना, रमन सोनकर, नगर सहमंत्री अमित कौशिक, रीना साहू , महाविद्यालय प्रमुख जयप्रकाश सिवाना, राहुल साहू नगर विद्यालय प्रमुख जीत, भूपेन्द्र साहू, मिनेश साहू व समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे।