18 करोड़ के सडक़ निर्माण में नहीं रूक रहा दुर्घटनाओं का सिलसिला,संकेतक के अभाव में डिवाईडर के अंदर घुसी बाईक, बाईक सवार घायल
धीमी गति से कार्य चल रहा है अनेकों बार सड़क दुर्घटना होने के बाद भी कोई सुधार नहीं हो रहा है
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव /डोंगरगांव।डोंगरगाव नगर में लंबे समय से अजूबा ढंग से बन रहे 18 करोड़ के सडक़ निर्माण में दुर्घटनाओं का सिलसिला रूकने का ही नाम नहीं ले रहा। आधे अधूरे उबड़ खाबड़ ढंग से बन रहे सडक़ की दुर्दशा इतनी किएक सप्ताह पहले ही दो ट्रकों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आई थी। बुधवार फिर एक बाईक सवार संकेतक के अभाव में रोड के बींचोबीच बने डिवाइडर के अंदर घुस गया और घायल हो गया।
डोंगरगांव नगर में 3.60 किलोमीटर में बन रही सडक़ लोगों के लिए लेट लतीफी से रोड़ निर्माण कार्य अब जानलेवा साबित हो रही है
ठेकेदार के लापरवाहीपूर्वक कार्य और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के ठेकेदार के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा शह देने की प्रवृत्ति के कारण सडक़ में बड़े बड़े गड्ढे हो गये हैं। इसके अलावा कुछ किलोमीटर के सडक़ में जगह जगह से उखड़ चुके डामर और गिट्टियों के कारण इस सडक़ पर चलना काफी खतरनाक हो गया है। इसके बाद भी ठेकेदार की घोर लापरवाही के चलते रोज ब रोज एक दो दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही।
ताजा घटनाक्रम के अनुसार आज शाम चौकी मार्ग की ओर से डोंगरगांव किसी काम से आ रहा एक बाईक सवार संकेतक के अभाव में रोड के बींचोबीच बने डिवाइडर में बाईक सहित घुस गया और घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाईक क्र. सीजी 08 एजी 0992 सामने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं बाईक सवार पुनेश्वर साहू आ. गोविन्द राम साहू (33 वर्ष) मूल निवासी गुण्डरदेही(बांधाबाजार) को चेहरे, सिर, हाथ, सीने सहित अन्य हिस्सों में चोट पहुंची है। राहगीरों द्वारा एबुलेंस तथा डायल 112 को सहायता हेतु कॉल करने पर विलंब होते देखकर प्रेस क्लब के सदस्यो द्वारा स्वयं अपने वाहन में बैठाकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया और वहां उसका इलाज करवाया गया। जानकारी के अनुसार उसकी हालत अभी खतरे से बाहर है। लेकिन अंदरूनी चोटों के कारण डॉक्टर द्वारा शरीर के अनेक हिस्सों के एक्सरे आदि की सलाह दी गई है। सूचना के बाद पुलिस भी अस्पताल पहुंची और घायल युवक के बयान आदि के बाद मामले की विवेचना में जुटी हुई है। लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद भी जिला प्रशासन और पी डब्लू डी के अधिकारी का ध्यान अपेक्षित है।