घटिया निर्माण की पोल खुली विधायक के ड्रीम प्रोजेक्ट के 18 करोड़ की सड़क एक माह नहीं चल पाया एक ही दिन में सात दुर्घटनाओं में 4 घायल
मुख्य मार्ग में घुटना भर गहरा हुआ बारिश की पानी भरा जानलेवा साबित हो रहा है यह मार्ग
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।नगरवासियों की सुविधा तथा दुर्घटनाओं से मुक्ति के लिए 18 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन सडक़ अब लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. मंगलवार को सुबह सात छोटे बड़े वाहन उक्त सडक़ में हुए गहरा गड्ढा में गिरने से रोज गुजरने वाले नागरिक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. इन दुर्घटनाओं में चार व्यक्तियों को गंभीर चोटें आयी है. मामला डोंगरगांव मध्य से गुजरने वाले स्टेट कारीडोर के करियाटोला के चौकी रोड जय सेवा पेट्रोल पंप के सामने ही मुख्य मार्ग में ही बड़े बड़े गढ्ढे हो गए हैं जो वर्तमान में लगातार बारिश के चलते घटिया रोड़ निर्माण की पोल खुल गई है इस मार्ग में डामर की घटिया कवाल्टी ही बता रही है सडक़ निर्माण के चलते सडक़ में कई जगह बड़े बड़े गड्डे तथा जल जमाव की स्थितिबनी हुई है जिसमें वाहन चालक को चलते हुए पानी भराव में नही दिख पा रहा है और राहगीर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. इनमें दो वाहन चालकों के हाथ व पैर की हड्डी टूटने तथा एक अबोध सवार के सिर फटने सहित एक मिडियाकर्मी के दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं. वहीं दुर्घटना के घंटों बाद भी न ही संबंधित ठेकेदार अथवा पीडब्ल्यूडी विभाग के कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचे थे वहीं नगर के मिडियाकर्मियों तथा आमनागरिकों के व्दारा उक्त मार्ग की बेरिकेटिंग कर लोगों की आवाजाही दुर्घटनाजन्य क्षेत्र से परिवर्तित की गई।
हादसों के बाद भी नहीं ले रहे हैं सबक :
ऐसा नहीं है कि मंगलवार को घटित यह घटना पहली है अलबत्ता उक्त सडक़ जो कि क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है तथा पूर्ववर्ती सरकार के दौरान ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था और तब से लेकर अब तक इस सडक़ निर्माण क्षेत्र के भीतर 22 से अधिक छोटे बड़े वाहन दुघटनाओं के शिकार हुए हैं. इन दुर्घटनाओं के पीछे संबंधित ठेकेदार के व्दारा निर्माण क्षेत्र में कोई भी सुरक्षा के समुचित प्रबंध नहीं किया गया है ठेकेदार द्वारा अब तक कोई भी सुध नहीं ले रहे हैं और वर्तमान में बारिश का बहाना बनाकर कार्य को अधूरा छोड़ दिया है तथा अव्यवस्थित एवं घटिया निर्माण कार्य है. जिसे लेकर नगर मेें दो बड़े आंदोलन भी हो चुके हैं परन्तु विभाग है कि कार्यवाही करने के बजाए ठेकेदार को संरक्षण देकर अपनी जेब भरने में लगे हैं.।
18 करोड़ की सडक़ एक माह नहीं चला
नगर के मध्य से गुजरने वाली स्टेट कारीडोर के साढ़े तीन किलोमीटर के पैच में 18 करोड़ की लागत से सडक़, डिवाईडर, ड्रेनेज सिस्टम तथा सौंदर्यीकरण भी किया जाना था. इसके लिए निर्धारित अवधि भी व्यतीत हो चुकी है परन्तु ठेकेदार व्दारा नियमों की अनदेखी कर शेड्यूल एवं डीपीआर के विरूद्ध निर्माण कार्य को धीमी गति से किया जा रहा है. वहीं गुणवत्ता की बात करे तो एक माह पूर्व किये गए डामरीकरण का कार्य अपनी हकीकत खुद बयान कर रहा है. स्थिति यह है कि सडक़ के शुरूआती जीरो माईल से लेकर अंतिम छोर तक नई नवेली सडक़ गड्डों में तब्दील हो गई है. इससे भी गंभीर बात यह है कि ठेकेदार को पहले ड्रेनेज सिस्टम बनाने के उपरांत ही सडक़ का निर्माण कार्य किया जाना था परन्तु अब तक सडक़ तो आधी अधूरी बना दी गई है वहीं ड्रेनेज सिस्टम को लेकर विभाग व ठेकेदार दोनों ही उहापोह की स्थिति में हैं.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर कौशल कुमार जत्ती ने बताया कि दुर्घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे थे अभी ऑनलाईन मीटिंग में हैं।
वहीं विभाग के एसडीओ हर्षद साहू ने बताया कि
नाली काटकर नहर नाली में पानी निकासी की जा रही है, सड़क किनारे कपड़ा दुकानदार व्दारा अतिक्रमण के चलते पानी निकासी की समस्या बता रहे है है. जिसे दूर कर गड्डों को डब्ल्यूएमएम से भरा जायेगा।
इस मामले में संबंधित ठेकेदार लेखराम साहू से मोबाईल नंबर ९४०६०८१४४९ से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु नो रिप्लाई रहा.
वहीं नगर पंचायत उपाध्यक्ष ललित लोढा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर नगर पंचायत के जेसीबी से नाली काटकर पानी निकासी का रास्ता बनाया गया है और सडक़ के दोनों ओर बेरिकेटिंग की गई है. जो कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग व्दारा पूर्व में किया जाना चाहिए वही कार्य दुर्घटनाओं के बाद नगर पंचायत को करना पड़ रहा है18 करोड़ की लागत से बन रहे घटिया रोड़ निर्माण को लेकर शीघ्र ही संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा एक सप्ताह के भीतर आंदोलन करेंगे।