जैसी करनी वैसी भरनी चरितार्थ को सच में बदलता ये घटना हरे भरे वृक्षों को कांट कर गाड़ी में लोड कर रहा था व्यक्ति ,सिर पर गिरा डंगाल हुई मौत बालोद जिले की घटना
गुंडरदेही अर्जुन्दा व डौंडीलोहारा क्षेत्र में चरम सीमा पर है अवैध कटाई
दैनिक बालोद न्यूज/चंदन पटेल/गुंडरदेही।एक तरफ जहां बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग हसदेव जंगल को बचाने के लिए जोरों शोरो से आंदोलन कर रहे तो दूसरी और बालोद जिले के विभिन्न गांवों में फसल काटने के बाद धड़ल्ले से हरे भरे वृक्षों की कटाई शुरु हो गया है। प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां हरे भरे वृक्षों को काटकर आराम से प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे से मिलों तक ले जा रहे है, जिसका खामियाजा यह हो रहा है कि धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में हरे भरे वृक्ष समाप्त हो गए इसके बावजूद अधिकारी अवैध लकड़ी माफियाओं और मिलो में कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं।
जैसी करनी वैसी भरनी कहावत चरितार्थ साबित कर दिया
जैसी करनी वैसी भरनी कहावत तो आपने कभी न कभी सुना ही होगा ठीक इसी तरह की घटना गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम नाहांदा में हुई है, जहां ग्राम नाहांदा के निवासी धरम धनकर उम्र लगभग 40 वर्ष हरे भरे वृक्षों को काटकर गाड़ी में लोड करा था तभी ऊपर से एक लकड़ी का मोटा डंगाल उसके सिर में गिर गया जिसके कारण उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
मिली जानकारी अनुसार लकड़ी ठेकेदार घटना को दबाने के लिए जोरो शोरो से लगा हुआ है, मृतक के घर वाले भी ठेकेदार से मुआवजे की मांग कर रहे है, फिर हाल मृतक धरम धनकर को पीएम कर गांव के शमशान में अंतिम विदाई दिया गया है।
क्या लकड़ी ठेकेदार के विरुद्ध होगी कोई कड़ी कार्यवाही या फिर……❓
घटना में एक 40 वर्षीय व्यक्ति की तो मौत हो गई है लेकिन क्या इसके जो भी दोषी है उसके खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाही हो पाएगा या नहीं, या मामले को दबा दिया जायेगा यह अभी साफ नहीं हो पाया है। मिली जानकारी अनुसार लकडी ठेकेदार का अंडा में एक बड़ा सा आरा मिल हैं जहा प्रतिदिन सैकड़ों हरे भरे वृक्षों की कटाई कर ले जाकर टुकड़ों टुकड़ों में काटकर अलग-अलग राज्यों में ऊंचे दामों पर बेच जाता है। क्या इस घटना के बावजूद अधिकारी लकड़ी ठेकेदारों के खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही करेंगे या नही या इसी तरह किसी और को अपनी जान गवानी पड़ेगी।
गुंडरदेही थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि
अभी मार्ग कायम कर शव को पीएम पश्चात घरवालों को सौप दिया गया है मृतक के घर वालो से घटना की जानकारी लिया जा रहा है,वही आगे की कार्यवाही जारी है इस घटना में जो भी अपराधी पाए जाएंगे उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही के जाएगा।
बालोद जिले के विभिन्न गांवो में धड़ल्ले से रोजाना सैकड़ों हरे भरे वृक्षों की कटाई कर लकडी माफिया कुछ प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में आराम से आरा मिलों तक ले जाकर मोटा मुनाफा कमा रहे है। एक तरफ प्रशासनिक अधिकारी पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ का नारा लगा रही है दूसरी ओर वही अधिकारियों के संरक्षण में लकड़ी ठेकेदार हरे भरे वृक्षों की बलि देकर मोटा मुनाफा कमा रहे है।