जिला मुख्यालय से तकरीबन 35 किमी की दूरी में स्थित ग्राम पंचायत खुर्सीटिकुल में 5 सितंबर को छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के पुरोधा स्व.खुमान साव की जयंती मनाई जाएगी।

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।खुमान साव का जन्म 5 सितंबर 1929 को खुर्सीटिकुल में हुआ था।जन्मदिवस के अवसर पर उनकी संगीत यात्रा एवं उनके व्यक्तित्व पर परिचर्चा आयोजित की जाएगी।खुमान साव की दी हुई संगीत शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए उनके नाती गोविंद साहू (साव) द्वारा उनकी कालजयी याद मे “खुमान संगीत अकादमी’ की स्थापना की गई हैं।प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारो की संख्या में प्रशिक्षणार्थी संगीत की विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।गोविंद साव ने अपने नाना स्व.खुमान साव के बारे में बताया कि वह व्यक्ति से व्यतित्व बने और अब विचार बनकर हमारे यादों में सदैव मार्गदर्शक के रूप में जीवंत रहेंगे।

गौरतलब है कि यह कार्यक्रम 3 बजे से प्रारंभ होगा. प्रथम सत्र में परिचर्चा के मुख्य वक्ता प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार कुबेर सिंह साहू होंगे एवं अध्यक्षता महेन्द्र कुमार बघेल मधु वरिष्ठ साहित्यकार डोंगरगांव करेंगे. विशिष्ट वक्ता के रूप में साकेत साहित्य परिषद सुरगी के अध्यक्ष लखन लाल साहू लहर, रोशन लाल साहू कवि और लोक कलाकार मोखला और आधार वक्तव्य के रूप में ओमप्रकाश साहू अंकुर पूर्व अध्यक्ष साकेत सुरगी एवं संयोजक पुरवाही साहित्य समिति पाटेकोहरा अपने विचार व्यक्त करेंगे. द्वितीय दौर में उपस्थित कलाकारों द्वारा सांगीतिक प्रस्तुति दी जावेगी. लोक कलाकारों, साहित्यकारों,संगीत प्रेमियों और साहित्य रसिकों से कार्यक्रम में उपस्थिति की अपील करते हुए
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बेंजो वादक दिनेश साव (भिलाई इस्पात संयंत्र),बृजलाल साहू (गायक),प्रसिद्ध बासुरी वादक सतीश सिन्हा,गायक राकेश सिन्हा,मोहिरी वादक ढ़ालेंद्र देवदास,खुर्सीटिकुल पंचायत की सरपंच दुर्गा महानदिया, उपसरपंच मोहित साव, समस्त पंचगण, गैंदा रावटे, तिलक तारम, पारस भंडारी, ठाकुर राम, कुमार साय, सनत रावटे, जीवन साव, केआर साहू, लखन लाल तारम, गोपाल साहू, गणेश राम साहू (शिक्षक), गुणेंद्र साव (अधिवक्ता),लेमिन साव, हेमना साहू, गोविंद साहू, टीआर निर्मलकर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे.