शिवनाथ नदी के तट पर बन रहा है प्रदेश का प्रथम गायत्री आश्रम
भव्य रूप से बनाने के लिए तैयारी में लगे हुए गायत्री परिवार के सदस्य
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/ डोंगरगांव। विकासखण्ड के ग्राम चांदो में शिवनाथ नदी के तट पर जन सहयोग से प्रदेश का प्रथम भव्य गायत्री आश्रम का निर्माण अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा जन सहयोग से किया जा रहा है । गायत्री परिवार के सह जिला समन्वयक होरी लाल साहू ने बताया कि प्रथम चरण में श्रीराम स्मृति उपवन,नवग्रह वाटिका,नक्षत्र वाटिका,पुष्प वाटिका, औषधीय वाटिका, लघु सरोवर, फलौद्यान,बाल वाटिका,यज्ञशाला,एक्युप्रेशर परिक्रमा पथ,योग एवम् ध्यान केंद्र का निर्माण पूर्णता की ओर है।
ग्राम चांदो का विशिष्ट धार्मिक एवं शैक्षिक इतिहास है।
ग्राम चांदो के मालगुजार एवं किसान प्रतुल कुमार वैष्णव ने बताया कि
शिवनाथ नदी के तट पर इस गांव की स्थापना लगभग 250 साल पहले उनके पूर्वज दाऊ बन्शीदास वैष्णव के द्वारा डोंगरी में स्थित प्रसिद्ध लोक देवता चांदीपाठ के नाम पर की गई थी । रियासत काल में यह क्षेत्र राजनांदगांव स्टेट के अंतर्गत आता था तथा यहां के कृष्णभक्त वैष्णव मालगुजार राजा महंत बलराम दास के रक्त संबंधी थे । यह गांव रकबे में काफी बड़ा है । शिक्षा के क्षेत्र में यह गांव अग्रणी है । प्रतुल ने बताया कि उनके दादा स्वर्गीय दाऊ मदन मोहन दास वैष्णव ब्रिटिश काल में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक थे तथा दादा के अन्य भाई भी उच्च शिक्षित थे और उन्होंने गांव के लोगों को भी शिक्षा के लिए प्रेरित किया इसी का परिणाम है कि इस गांव में शिक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है तथा अधिकांश युवा प्रथम द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के शासकीय पदों पर आसीन हैं । यहां शिवनाथ नदी पर काफी पुराना डेम है जिससे राजनांदगांव एवं दुर्ग जिले के अनेक गांवों की सिंचाई होती है । डैम के निकट ही इस आश्रम का निर्माण होने पर यह क्षेत्र एक प्रमुख आध्यात्मिक एवं पर्यटन का केंद्र बन जाएगा जिससे पूरे जिले को लाभ मिलेगा ।दूसरे चरण के निर्माण कार्य में गायत्री मंदिर, नर्मदेश्वर मृत्यंजय महादेव मंदिर, प्रज्ञेश्वर हनुमान मंदिर, स्वावलंबन केंद्र एवम् लघु गौशाला का निर्माण किया जाएगा।
आश्रम में प्रतिदिन निःशुल्क सोलह संस्कार, यज्ञ तथा पिंडदान करने की व्यवस्था बनाई जा रही है
दैनिक हवन पूजन के लिए पुरोहित की व्यवस्था भी की जा रही है। बता दे की ग्राम चांदो में विगत 12 वर्षो से गायत्री परिवार के द्वारा निरंतर आध्यात्मिक,सामाजिक तथा रचनात्मक कार्यों का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में गायत्री आश्रम से संबंधित समस्त कार्यों का संचालन वेदमाता गायत्री रचनात्मक सेवा संस्थान – चांदो के द्वारा किया जा रहा है। भविष्य में यह स्थल तीर्थ के रूप में विकसित होकर जन जागरण का केंद्र बनेगा।