इस जगह पर जगह – जगह रेत डंप, आंखें मूंदे बैठा है खनिज विभाग
देखकर भी अनदेखा कर रहा विभाग
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव ।अर्जुनी स्थित शिवनाथ नदी से पिछले कई दिनों से हो रहे अवैध रेत उत्खनन की शिकायत के बीच अर्जुनी सहित आसपास के ग्रामों में अनेक स्थानों पर रेत माफियाओं द्वारा रेत का भंडारण किया गया है। इस रेत भंडारण की जानकारी खनिज विभाग को भी है, लेकिन विभाग के अधिकारी कर्मचारी आंख मंूदे बैठे हैं। देखकर भी अनदेखा करने की इसी प्रवृत्ति के कारण पूरे क्षेत्र में रेत माफियाओं को शह मिली हुई है।
बता दें कि इन दिनों अर्जुनी और रातपायली के बीच बहने वाली अंचल की जीवनदायिनी शिवनाथ नदी का सीना चीरकर कतिपय लोगों द्वारा लगातार रेत का उत्खनन किया जा रहा है। गांव में मंदिर बनाने व सरकारी काम के नाम पर निकाले जा रहे इस अवैध रेत उत्खनन में ग्राम अर्जुनी के कतिपय लोग लगे हुए हैं। इनमें कांगे्रस भाजपा दोनों दलों के नेताओं की मिलीभगत सामने आ रही है। ऐसे ही लोगों की शह पर शिवनाथ नदी से निकाले जा रहे रेत को ऊंची कीमत पर बेचा जा रहा है, वहीं ग्राम अर्जुनी सहित आसपास के ग्रामों व स्थानों में डंप भी किया जा रहा है।
आने वाली वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए किये जा रहे रेत के भंडारण से बाद में ऐसे लोग ऊंची कमाई करते हैं। वर्तमान में ही मकान बनाने के लिए उपयोग आने वाले रेत की कीमत अनाप शनाप है। राज्य सरकार द्वारा घोषणा के बाद भी आज तक रेत खदानों को ग्राम पंचायतों के सुपुर्द नहीं किया गया है, जिसके कारण अवैध उत्खनन व परिवहन को बढ़ावा मिल रहा है।
सूत्रों के अनुसार अर्जुनी के समीप बहने वाली नदी से बारिक प्लास्टर रेती भी निकल रही है, जिसकी क्षेत्र में बड़ी डिमांड है। इस रेती की सप्लाई से गांव के चंद लोग लाल हो गये हैं। लेकिन शासन को इससे रोज हजारों रूपये का चूना लग रहा है। इस ओर न तो खनिज विभाग का ध्यान है और न ही राजस्व विभाग का । यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो शासन प्रशासन को लाखों रूपये का नुकसान पहुंच सकता है।