खनिज माफियाओं के सामने घुटने टेक चुका है प्रशासन, शिवनाथ नदी से दिन रात हो रही रेत की चोरी,गांव में मंदिर निर्माण करवाने के नाम पर डील कर करवा रहा है रेत का अवैध खनन

अर्जुनी में ग्राम विकास समिति और ग्राम पंचायत करा रहा रेत की चोरी

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।डोंगरगांव क्षेत्र में इन दिनों माफियाओं द्वारा रेत और मुरूम की धड़ल्ले से चोरी की जा रही है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं की जुगलबंदी से शिवनाथ नदी किनारे के गांवों से दिनरात रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है, दूसरी ओर क्षेत्र के विधायक, एसडीएम, तहसीलदार और खनिज विभाग तथा जनप्रतिनिधि साठगांठ के चलते चुप्पी साधे हुए हैं। मेन रोड स्थित अर्जुनी-रातापायली में एक व्यक्ति के नेतृत्व में रातोंरात रेत की चोरी की जा रही है। इस पूरे मामले में खनिज विभाग के अधिकारियों सहित आरी-कोनारी स्थित खनिज जांच बेरियर के कर्मचारियों की भी मिलीभगत की खबर है। क्षेत्रीय नेताओं की दखलंदाजी के सामने प्रशासन भी पंगु और गूंगा नजर आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगांव क्षेत्र में शिवनाथ नदी किनारे स्थित गांवों मेढ़ा, अर्जुनी, रातापायली, मटिया, खुज्जी, कोहका, सांकरदाहरा और घुमरिया नाला किनारे स्थित गांवों बादराटोला, आतरगांव, केरेगांव, चिरचारी खुर्द धनगाव आयबांधा चांदो कविराज टोलागांव बुधुभरदा सहित कई गांवों में रेत माफिया सक्रिया हैं, जिनके द्वारा नदी का दोहन कर रेत की चोरी की जा रही है। रेत चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि खनिज विभाग और राजस्व विभाग के पूरे अमले में ने भी उनके सामने घुटने टेक दिए हैं।

रेत निकालने बड़ी लेंन देन की खबर

मेन रोड स्थित अर्जुनी के द्वारा विगत तीन माह से शिवनाथ नदी स्थित अर्जुनी-रातापायली घाट से रातोंरात रेत की चोरी की जा रही है। बताया गया है कि ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष द्वारा ग्रामीणों को यह कहकर गुमराह कर नदी से रेत निकलवाई जा रही है कि गांव में मंदिर का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए राशि की जरूररत है और रेत निकलवाने के एवज में जो राशि मिलेगी, उसी से मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। सूत्र बताते हैं सुनियोजित तरीके से चार माजदा और एक ट्रेक्टर वाले से बड़ी राशी की लेनदेन एडवांस के तौर पर जमाकर करवाकर नदी से रेत निकलवाने की छूट दी गई है। इतना ही नहीं नदी से रेत निकालने के लिए गांव के कुछ और ट्रेक्टर वालों द्वारा भी रूचि दिखाई गई और इन लोगो से भी राशि जमा करने की बात कही गई, किंतु उन्हें पूरी राशि जमा नहीं करने के कारण रेत निकालने से रोक दिया गया।

चौक-चौराहों पर तैनात रहते हैं लठैत

बताया जाता है कि अर्जुनी-रातापायली घाट से रातोंरात कराई रेत चोरी को लोगों से छुपाने और कोई बाहरी व्यक्ति मौके तक न पहुंचने पाए, इसके लिए बकायदा प्रमुख चौक-चौराहों जैसे सिंगारपुर मोड़, अर्जुनी से रातापायली रोड और सुखरी से उत्खनन स्थल तक जाने वाले रास्ते पर लठैत लोगों को तैनात करके रखा जाता है। पता चला है कि कुछ दिन पहले खनिज विभाग की टीम ने रेत चोरों को पकडऩे के लिए रात में दबिश देने का प्रयास किया था, किंतु उन्हीं लठैतों के द्वारा उन्हें गुमराह कर बैरंग लौटा दिया गया। ग्राम के कुछ लोगों ने बताया कि शिवनाथ नदी से रेत चोरी को लेकर कलेक्टर से जनचौपाल में लिखित शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन दो सप्ताह बीतने के बावजूद कलेक्टर द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं कराई गई, इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

गांव में मंदिर बनाने के नाम पर रेत चोरी

गांव वालों का कहना है कि ग्राम विकास समिति द्वारा ग्राम के सरपंच सहित प्रमुख नागरिकों को गुमराह कर रेत की चोरी कराई जा रही है कि अर्जुनी में शीतला मंदिर का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए बड़ी राशि की जरूरत है। उसी के लिए नदी से रेत निकलवाई जा रही है, जिससे प्राप्त होने वाली राशि से मंदिर का निर्माण पूरा कराया जाएगा। जबकि ग्रामीणों का कहना है उल्लेखनीय है कि अर्जुनी में शीतला मंदिर निर्माण हेतु सांसद संतोष पांडेय और विधायक दलेश्वर साहू द्वारा पहले ही 10-10 लाख रूपए देने की घोषणा की जा चुकी है उसके बावजूद गांव वालों को गुमराह कर अपनी जेब भरी जा रही है। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कलेक्टर से की है। साथ ही चेतावनी दी है कि सात दिनों के भीतर कोई कार्यवाही नहीं होने पर डोंगरगांव मेन रोड पर चक्काजाम कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ राज्य खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि

अर्जुनी और रातापायली के नदी से अवैध रेत परिवहन की चोरी की शिकायत मेरे पास मिडिया के माध्यम से जानकारी मिली है मैंने संज्ञान में लेकर कलेक्टर को जांच कर अवैध रेत खनन पर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है ।

पी एल नाग तहसीलदार ने कहा कि

ग्राम अर्जुनी और रातापायली में अवैध रेत परिवहन की शिकायत मिली है मैंने इस मामले को खनिज विभाग में जांच कर कार्यवाही के लिए भेज दिया हूं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *