सुसाइड नोट लिखकर सरपंच पति ने लगाई फांसी -पूर्व सरपंच दंपत्ति के नाम का है उल्लेख

डोंगरगांव। ब्लाक के ग्राम पंचायत खुर्सीपार की महिला सरपंच लोकेश्वरी साहू के पति विष्णुदास साहू (50 वर्ष) ने आज सुबह अपने ही फार्म हाऊस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले मृतक द्वारा एक पर्ची में निवृत्तमान सरपंच दंपत्ति के कारण आत्महत्या किये जाने का उल्लेख किया गया है, जिसे जांच के दौरान पुलिस ने बरामद किया हैं।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार

समीपस्थ ग्राम खुर्सीपार (नांदिया) में पंचायती राज व्यवस्था के तहत् वर्तमान में लोकेश्वरी साहू पति विष्णुराम साहू सरपंच पद पर आसीन हैं। सुबह आज 6 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि उक्त सरपंच के पति ने सुबह सवेरे अपने ही फार्म हाऊस के कौहा पेड़ में नायलोन की रस्सी से लटककर अपनी जान दे दी। सूचना पर पुलिस घटनास्थल में पहुंची और ग्रामवासियों की उपस्थिति में पंचनामा बनाकर मृतक के शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

मौके पर सुसाइड नोट भी बरामद हुआ

इस बीच आत्महत्या के कारणों की जांच में पुलिस ने मृतक के ऊपरी जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। पुलिस ने बताया कि एलआईसी बिल के खाली जगह में मात्र यह लिखा पाया गया है कि वह पूर्व सरपंच कुंतीबाई चौधरी और उसके पति धनीराम चौधरी के कारण आत्महत्या कर रहा हैं। अन्य किसी भी प्रकार के तथ्यों का उल्लेख उस पत्र में नहीं किया गया है। पुलिस ने इस मामले में भादंवि की धारा 174 के तहत् मर्ग कायम करते हुए विवेचना में लिया हैं।
जानकारी के अनुसार मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया, इसके बाद दोपहर में ग्राम खुर्सीपार में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के दो पुत्र हैं। 
इस संबंध में टीआई शिवेन्द्र राजपूत ने कहा कि पुलिस इस प्रकरण में बारिकी से समस्त पहलुओं की जांच कर रही है। साथ ही मृतक के जेब से मिले सुसाइड नोट की भी पड़ताल किया जा रहा है। जांच में दोषी पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। 

ब्लॉक का पहला मामला

त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के तहत् गांव – गांव में पंचायत प्रतिनिधियों के बीच भारी मनमुटाव की खबरें आती रहती हैं। चुनावी वैमनस्यता को भुनाने के लिए हारे हुए लोग पूरे पांच साल तक पंचायत के कार्यों में दखलदांजी और रोक टोक करते रहते हैं। लेकिन इस प्रकार की मानसिक प्रताडऩा से तंग आकर किसी पंचायत प्रतिनिधि या उसके परिवारजनों द्वारा आत्महत्या का यह ब्लॉक में पहला मामला हैं।