सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव में करोड़ों रुपए खर्च कर कोरोना संकट से निपटने के लिए लगाएं गए आक्सीजन प्लांट में हुई चोरी इधर बीएमओ का आया गैर जिम्मेदाराना बयान
एक साल के अंदर अस्पताल में दुसरी बार हुई चोरी की घटना
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव। कोरोना काल के दौरान दूनिया भर आक्सीजन के लिए जुझ रहा था अनेकों लोग को आक्सीजन नहीं मिल पाने के कारण अनेकों लोगों के सांसें रूक गया था जिससे निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री केयर फंड से द्वितीय लहर के दौरान भारी भरकम बजट व लागतों से राजनांदगांव जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव,सोमनी व जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया ताकि मरीजों को आसानी से आक्सीजन मिल सके इसी क्रम में डोंगरगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी एक वर्ष पूर्व आक्सीजन प्लांट लगा है जिसका लोकार्पण सांसद संतोष पांडेय के द्वारा किया था आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण के लगभग एक माह बाद आक्सीजन प्लांट में लगाए गए तांबे के अर्थिंग तार जो अनुमानित लागत लगभग 50 जार रूपये का रहा होगा जो चोरी हो गया था फिर चोरों ने पुनः एक साल बाद अपने हाथ सफाई करते हुए आक्सीजन प्लांट में लगे कैबल तार का चोरी कर ले गए जिसके अनुमानित लागत 40 से 50 हजार रुपए का है जिसके चोरी होने के जानकारी आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मचारी के द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रागिनी चंद्रे को दिया जिसके बाद आनन फानन में निरीक्षण किया व थाना प्रभारी डोंगरगांव को लिखित शिक़ायत व एफआईआर दर्ज कराई है।
वही इस मामले पर डॉ रागिनी चंद्र खंड चिकित्सा अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना बयान आया है
उन्होंने ने कहा कि मैं तो छुट्टी मे थी अभी कुछ दिन पहले छुट्टी से वापस आयी हूं 1 सप्ताह पहले राकेश कुर्रे बीपीएम के द्वारा निरीक्षण किया गया था लेकिन मेरे द्वारा कई दिनों से निरीक्षण नहीं किया है इस तरह अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना बयान केंद्र सरकार के महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का तकिया कलाम करने में लगा हुआ है अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है लेकिन इस तरह गैर जिम्मेदाराना बयान आने वाले समय में संकट खड़ा कर सकता है।