जपं अध्यक्ष सुचित्रा हेमंत साहू ने दी क्षेत्रवासियों को तीजा पर्व व गणेश चतुर्थी की बधाई दी
छत्तीसगढ़ सरकार लोक संस्कृति से लेकर विभिन्न विकास कार्यों पर फोकस साथ कर रहे हैं
दैनिक बालोद न्यूज/चंदन पटेल/गुंडरदेही।जनपद पंचायत अध्यक्ष सुचित्रा हेमंत साहू ने को लोक पर्व तीजा ;हरतालिका तीज व गणेश चतुर्थी के अवसर पर क्षेत्रवासियों को विशेषकर महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने सभी तीजहारिन माताओं और बहनों के प्रति अपनी शुभकामनाएं प्रकट करते हुए लोगों के लिए सुखए समृद्धि और खुशहाली की कामना की है।
जनपद पंचायत अध्यक्ष सुचित्रा हेमंत साहू ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि
छत्तीसगढ़ के जन.जीवन में पारंपरिक तीज.त्यौहार रचे बसे हैं। इनका हमारी संस्कृति में विशेष महत्व और प्रभाव रहा है। यहां तीजा की भी विशिष्ट परम्परा रही है। तीजा मनाने के लिए बेटियों को पिता या भाई उन्हें ससुराल से मायके लिवाकर लाते है। बुजुर्ग महिलाएं भी इस खास मौके का इंतजार करती हैं। इस मौके पर मायके में सहेलियां मिलकर अपना सुख दुख साझा करती हैं। तीजा पर्व के एक दिन पहले करू भात ग्रहण करने की परम्परा है। तीज के दिन महिलाएं पति के दीर्घायु की मंगलकामना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं और पूरी रात जागकर भजन.कीर्तन कर शिव.पार्वती की पूजा.अर्चना करती हैं।
जपं अध्यक्ष सुचित्रा हेमंत साहू ने कहा है कि
राज्य सरकार अपनी मूल संस्कृति से जुड़े त्यौहारों और परम्पराओं को सहेजने का हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश में हरेली तीजा.पोरा भक्त माता कर्मा जयंती, पुन्नी छेर छेरा विश्व आदिवासी दिवस छठ पूजा के दिन सार्वजनिक अवकाश की शुरूआत की गयी है। इसके साथ ही लोक पर्वों के सामाजिक सरोकारों को बनाए रखने के लिए उनको जन सहभागिता से पूरे उत्साह के साथ मनाने की परंपरा शुरू की गई है। जिससे नई पीढ़ी भी लोक संस्कृति और त्यौहारों से जुड़ने लगी हैं।
इन्होने प्रदेेश सरकार द्वारा सभी तरह के किये जा रहेे लाभान्वित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा पोषण स्वच्छता और सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं पर केंद्रित होकर निरंतर कार्य कर रही है। यहां के आदिवासी अंचलों और सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जागरूकता अभियान चलाने के साथ.साथ स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार दुर्गम और दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है यही कारण है कि जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत और जन.जन के लिए सुलभ हुई हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने ऑफिशियल वेबसाइट पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलायी जा रही इन जन.स्वास्थ्य योजनाओं का उल्लेख किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी लेख में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में चलाए जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रम और स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न अभियानों का उल्लेख किया गया है। साप्ताहिक बाजारों में मुख्यमंत्री हाट.बाजार क्लिनिक में दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय समुदायों के लोगों को मलेरियाए एचआईवीए मधुमेह एनीमिया तपेदिक कुष्ठ उच्च रक्तचाप और नेत्र विकारों के लिए जांच एवं स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के विभिन्न शाला भवनों की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए 500 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है
उन्होंने मुख्य सचिव को सभी शालाओं में निर्विघ्न पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए वर्षा ऋतु समाप्त होते ही शाला भवनों की मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।