धान के रकबे में चार एकड़ जमीन में मात्र डेढ़ एकड़ का रकबा आनलाइन में चढ़ाएं थे इस कटौती के कारण चार दिनों से परेशान था किसान लगातार पटवारी के चक्कर काटते काटते थक हार कर आत्महत्या कर लिया

मामला डोंगरगांव क्षेत्र के ग्राम केरेगांव का
लगभग चार एकड़ के रकबे में मात्र डेढ़ एकड़ रकबे का टोकन होना था

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।डोंगरगांव से सटे ग्राम केरेगांव में दिनांक 15 दिसंबर को किसान सुरेश नेताम ने आत्महत्या कर ली है जहां पर एक तरीके से राज्य सरकार अपने आपको किसान हितैषी और खुद अपने आपको किसान पुत्र बोलते है वहीं दूसरी ओर किसान अपने रकबा मे कटौती से अपनी पूरी धान कृषि उपज मंडी में बेच नहीं पा रहे हैं जिससे व्यथित होकर किसान सुरेश नेताम ने आत्महत्या कर ली है इस बारे में जब उनकी पत्नी गैद कुंवर नेताम से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास 3 एकड़ 80 डिसमिल खेत है पटवारी द्वारा सिर्फ डेढ़ एकड़ ही रकबा में लिया है जिसके कारण वह सिर्फ 55 कट्ठा धान ही कृषि उपज मंडी में बेच सकता था गेंद कुंवारी नेताम ने यह भी कहा कि इस संदर्भ में वह लगभग पटवारी से 5 से 10 बार स्वयं जाकर मिल चुका है फिर भी इसका कोई अभी तक समाधान नहीं निकला जिसके कारण सुरेश नेताम आए दिन मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहा था सुरेश नेताम के आत्महत्या करने के बाद उसके पीछे उसकी पत्नी एवं तीन पुत्री जो की अभी एक 13 साल एक 11 साल एवं एक 3 साल की है इस संदर्भ में गैद कुंवारी नेताम से मिलने डोंगरगांव तहसीलदार एवं पटवारी सीमा बादराटोला किसान नेता हिरेंद्र साहू भी मिलने आए थे और शासन प्रशासन से उन्होंने गुहार लगाई है कि उनके परिवार को शासन की ओर से कुछ आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। ््ऋ

पटवारी नहीं उठाते फोन काल

जब हमारे संवाददाता ने पटवारी से बात करना चाहिए तो उसने अपना फोन रिसीव नहीं किया लगभग पांच से छह बार पटवारी को फोन किया गया था पटवारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह किसी भी व्यक्ति से बात करने के लिए अपना समय नहीं देते इसमें शासन प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए ताकि किसी गरीब किसान दोबारा आत्महत्या जैसा कदम न उठाना पड़े।