ब्रेकिंग न्यूज़- सरकार ने भले दे दी इजाजत लेकिन जिले में नहीं चल पाएगी बसें, वजह शर्तों को मानने को तैयार नहीं है बस संचालक
बालोद। शासन ने भले ही देर शाम को आदेश जारी करके अंतर जिला बस परिवहन की इजाजत दे दी है लेकिन जिले के लोगों को अभी भी बस शुरू होने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। वजह यह है कि जिन शर्तों के अनुसार अनुमति दी जा रही है उन शर्तों को बस संचालक व कंपनी मानने को तैयार नहीं है। पहले भी जो शर्ते तय की गई थी उस आधार पर बात नहीं बन पाई थी तो वहीं कोरोनावायरस के केस को देखते हुए बस संचालन की अनुमति को रद्द कर दिया गया था। अब दोबारा बस जुलाई से शुरू करने की इजाजत दी जा रही है। सरकार ने अपनी ओर से कई नियम शर्ते लाद दी है लेकिन संचालक इसे मानने के मूड में कतई नहीं है। जिसे देखते हुए जिले में भी अभी बस शुरू होने की उम्मीद करना बेकार है। आरबीएस बस कंपनी के बालोद प्रभारी इमरान का कहना है कि संचालक से बात हुई है लेकिन वे शर्तों को मान्य तैयार नहीं है इसलिए अभी बस शुरू नहीं हो पाएगी। वैसे भी बालोद क्षेत्र में राजनांदगांव से धमतरी रुट पर बस चलती है। राजनांदगांव पूरी तरह से बंद है और कोरोना को देखते हुए वहां से बसें तो शुरू हो ही नहीं सकती। इसलिए अन्य रूट पर भी अभी बस चलाने की कोई योजना नहीं बनी है। ऊपर से संचालक से निर्देश प्राप्त होने पर ही बस चलाने की योजना तैयार की जाएगी लेकिन फिलहाल संचालकों ने भी बस शुरू करने को लेकर मना कर दिया है। यानी तय है कि भले सरकार ने इजाजत दे दी लेकिन संचालक अभी भी शर्तों के अधीन बस चलाने राजी नहीं हैं।
अपनी मांगों को लेकर भी आंदोलन का मूड बना रहे संचालक
तो इधर बस संचालक अपनी मांगों को लेकर भी आंदोलन का मूड बना रहे हैं और सरकार के सामने अड़े हुए हैं कि हमारी मांगे पूरी हो तब हम भी कुछ शर्तों का पालन करके बसें शुरू करेंगे। अब देखने वाली बात होगी कि सरकार झुकती है या संचालक झुकते हैं। लिहाजा बसें न चलने से आम यात्रियों को जिनके पास आने जाने का कोई साधन नहीं होता उन्हें तो बहुत परेशानी हो रही है। सरकार ने एक तरफ जहां शादियों के लिए कुछ लोगों की मौजूदगी तक अनुमति दे दी है तो इधर बस ना चलने से खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन पूरी तरह से बाधित है। संचालकों ने सरकार से अपनी कुछ मांगे भी रखी है। वीडियो में देखिए क्या कहते हैं संचालक,,,