डोंगरगांव में स्वामी आत्मानंद स्कूल के द्वारा लाटरी सिस्टम से चयन को निरस्त करने का फरमान औचक निरीक्षण में कलेक्टर के द्वारा दिया गया ,जिसके बाद चयनीत बच्चों के पालकों के द्वारा बगावत पे उतर आये
दैनिक बालोद न्यूज/डोंगरगांव।कलेक्टर के द्वारा डोंगरगांव विकासखंड में 14 जुलाई को औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे इसी बीच आत्मानंद स्कूल का निरिक्षण किया लंबे समय से शिकायत प्राप्त हो रहा था कि डोंगरगांव विकासखंड के अलावा अन्य विकासखंड के बच्चों को भी लाटरी सिस्टम से सीट आबंटित किया गया था अभी वर्तमान में जिले में 9 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बच्चों का चयन आफ लाईन लॉटरी के माध्यम से किया गया है, जबकि ऑनलाईन आवेदन भरे गए थे। चयन में स्थानीय बच्चों को प्राथमिकता देने को लेकर डोंगरगांव में पालकों की मांग हो रही थी, लेकिन प्राचार्य का कहना था कि इस वर्ष किलो मीटर की बाध्यता नहीं है, इसलिए लॉटरी में सभी बच्चों का नाम शामिल कर पालकों की उपस्थिति में पूरी पारदर्शिता के साथ लॉटरी निकाल गया था, लेकिन उच्च कार्यालय से सूची निरस्त कर पुनः लॉटरी निकालने का निर्देश प्राप्त हुआ, जिसका पालन किया जाएगा।
पालकों का कहना है कि किलोमीटर की बाध्यता का पालन कहीं नहीं किया गया
इसलिए स्थानीय लोगों को इसमें प्राथमिकता नहीं दिया गया और उच्च कार्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देश का पालन कर पालकों की उपस्थिति में दिनांक 30 जून को लॉटरी निकाला गया और लगभग 354 बच्चों का कक्षा पहली से लेकर कक्षा बारहवी तक किया है और जिन बच्चों का चयन हुआ उनके द्वारा अपने-अपने संबधित स्कूलों से टीसी निकाल कर इस स्कूल में प्रवेश ले लिया गया है और अब 14 दिन बाद जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा 14 जुलाई को पत्र जारी कर चयन सूची निरस्त कर तीन दिवस के भीतर पुनः लॉटरी निकालने का निर्देश दिया गया जो उचित नहीं है, क्योंकि उन बच्चों का क्या होगा, जिन्होंने अपने पुराने स्कूलों से टीसी निकाल कर इस स्कूल में प्रवेश ले लिया है। पालक शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के बैनर तले जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर चयन सूची को यथावत रखने की मांग किया गया है।
पालकों का कहना है कि यदि पुनः लॉटरी निकाला जाता है, तो मंगलवार सैकड़ों पालकों और बच्चों के साथ जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा।