एक्सक्लूसिव-क्या सच में अब मुर्गियों से हो जाएगा कोरोनावायरस? क्या है वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई? पढ़िए सबसे पहले dainikbalodnews.com पर ये खबर

दीपक यादव, बालोद। लगातार सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है। जिसमें लिखा है कि छत्तीसगढ़ के जिलों के पोल्ट्री फॉर्म की मुर्गियों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। बायलर मुर्गे व मुर्गियां कोरोना संक्रमित है। लोग इस पोस्ट को जमकर एक दूसरे के ग्रुप में वायरल कर रहे हैं। कुछ तो उसे सही भी मान रहे हैं तो कुछ इसे फेक न्यूज़ समझ कर एक दूसरे से संतुष्टि या कंफर्म करने के लिए पूछ भी रहे हैं कि क्या यह सही है या गलत? इस पोस्ट के नीचे में दैनिक जागरण ई न्यूज़ संस्करण व तारीख 20 जून 2020 भी लिखा है। एक प्रतिष्ठित अखबार के नाम से इस पोस्ट में उल्लेख कर दिया गया है। जिसके चलते लोग इस पोस्ट को सही भी मान रहे हैं। बालोद जिले में भी यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। दो-तीन दिनों के भीतर यह अब तक सैकड़ों ग्रुप के जरिए हजारों से लाखों लोगों तक पहुंच चुका है।

क्या लिखा है वायरल हो रहे पोस्ट में

ये पोस्ट वयरल हो रही है


वायरल हो रही पोस्ट में 20 जून की तारीख बता कर लिखा गया है कि शनिवार को दस अलग-अलग जगहों से पोल्ट्री मुर्गा रायपुर ले जाया गया। जहां पोल्ट्री मुर्गा में कोरोनावायरस पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने छत्तीसगढ़ के जिले के लोगों को हिदायत दी है कि पोल्ट्री मुर्गा खाने से दूर रहें व पोल्ट्री उद्योग के मालिकों को भी हिदायत दे दिया गया है कि वह इस समय अपने उद्योग को जितना जल्दी हो सके बंद कर दें ताकि आम लोगों में वायरस ना फैले। सैंपल रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद, बलौदा बाजार, रायगढ़, धमतरी, बालोद, कोरबा व अन्य जगहों से लेने की बात भी इस पोस्ट में कही गई है और लोगों से अपील भी की गई है कि पोल्ट्री मुर्गा खाने से दूर रहे। जब dainikbalodnews.com ने इस वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई जानने की कोशिश की तो यह बातें सामने आई।

पोस्ट में लिखा है स्वास्थ्य विभाग ने की जांच,,
वायरल हुए पोस्ट में स्पष्ट लिखा गया है कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने पोल्ट्री मुर्गी की जांच की है जबकि मुर्गी से संबंधित जांच स्वास्थ विभाग नहीं बल्कि पशु चिकित्सा विभाग की ओर से होता है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों तक ने भी स्पष्ट किया कि स्वास्थ विभाग इसकी कोई जांच नहीं करती ना अब तक ऐसी पुष्टि हुई है।

भोपाल में भी वायरल हुई है पोस्ट, सरकार ने बताया है फेक न्यूज़


जब हमने इस पोस्ट की तहकीकात के लिए छत्तीसगढ़ से बाहर यानी दूसरे राज्य में भी इस पोस्ट के बारे में पता किया तो यह एक बड़ी सच्चाई सामने आई कि छत्तीसगढ़ से पहले इस तरह की पोस्ट मध्यप्रदेश में भी वायरल हो गई है। जहां पर भोपाल स्वास्थ्य संचनालय स्वास्थ्य सेवा मध्य प्रदेश अपर संचालक डॉ वीणा सिन्हा ने आदेश व सूचना भी जारी की है। जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि यह फेक न्यूज़ है और पोल्ट्री फॉर्म से संबंधित कोई मार्गदर्शिका या सुझाव पत्र या चेतावनी शासन या संबंधित विभाग की ओर से जारी नहीं की गई है।

हमने नहीं लिया कोई सैंपल पूरी तरह से फर्जी है यह पोस्ट


जब हमने इस मसले पर जिले के ही एक प्रतिष्ठित पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ टीडी देवांगन से बात की तो उन्होंने भी कहा कि हमने किसी भी तरह से मुर्गियों का कोई सैंपल ही नहीं लिया है। जो पोस्ट लगातार वायरल हो रही है वह पूरी तरह से फर्जी है। लोगों को इस फर्जी पोस्ट पर ध्यान नहीं देना चाहिए और इसे वायरल भी नहीं करनी चाहिए। इससे लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां पैदा होती है। जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। कोरोना से बचने के लिए हमें अफवाहों से पहले लड़ने की जरूरत है। लोगों को जागरूक बनना चाहिए। उन्होंने dainikbalodnews.com के जरिए भी लोगों से अपील की कि वे इस वायरल होते पोस्ट को जल्द से जल्द रोके। इसी में सबकी भलाई है। सरकार अपने स्तर पर जागरूक करने का पूरा प्रयास करती है लेकिन कुछ लोगों की बेवकूफी, नादानी, नासमझी के चलते इस तरह से फर्जी पोस्ट भी वायरल होते हैं। जिससे फिर लोगों में कोरोना का खौफ बढ़ जाता है। जो पोस्ट वायरल हो रही है उसका खंडन करते हुए मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग के संचालक डॉ आरके रोकड़े ने भी सभी पशु चिकित्सा उप संचालकों को पत्र भी जारी किया गया है तो वहीं भोपाल से जारी उक्त आदेश की प्रतिलिपि हमें भी प्राप्त हुई है।


निष्कर्ष – तो इन सब बातों से यही निष्कर्ष निकलता है कि वायरल हो रही पोस्ट पूरी तरह से फेक यानी फर्जी है। इसे तत्काल वायरल होने से रोके और एक दूसरे को भी जागरूक करें।