कुँआ में बिलखता बंदर का बच्चा, बाट का बेसुध माँ, दर्द देख युवा कूद गया सूखे कुएं में, बचा ली बच्चे की जान
तीन घण्टे खुद की जान जोखिम में डाल बंदर के बच्चे को जितेंद्र वर्मा ने दिया जीवनदान
दैनिक बालोद न्यूज/डोंगरगांव।मानवता अभी भी बची हुई। दर्द का एहसास आज भी महसूस किया जाता । यह हम नहीं कह रहे बल्कि डोंगरगांव नगर में रविवार की घटना कह रही। बात कुछ यूं है की डोंगरगांव स्थित विश्राम गृह में कुआं में जो पूरी तरीके से सूख चुका है उसमें एक बंदर का बच्चा गिर गया, वही कुए की बाट पर बंदर के बच्चे की मां बेसुध होकर आसपास आस लिए निहार रही थी मानो लोगों से कह रही हो कोई तो आओ और मेरे बच्चे को बचा लो ऐसे में कस्बे के युवा जितेंद्र वर्मा ने अपनी जान की परवाह किए बगैर सूखे कुएं में रस्सी डालकर पहुंच गए 3 घंटे की मशक्कत के बाद बंदर के बच्चे को सही सलामत छोड़ दिया गया ।
गौरतलब बात है कि मौके पर कई लोगों ने वन विभाग के अमले से संपर्क किया और उन्हें बंदर के बच्चे को रेस्क्यू कर बाहर निकालने का निवेदन किया गया लेकिन 3 घंटे तक वन विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।