शौर्य पुरस्कार के लिए आवेदन 31 दिसंबर तक, आखिर किस लिए मिलता है शौर्य पुरस्कार, कौन कर सकता है एप्लाई? पढ़ें दैनिक बालोद न्यूज

दैनिक बालोद न्यूज़।छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद ने अपने जान के परिवाह किये बिना दुसरो के जीवन बचाने वाले वीर बालक बालिकाओं को यहां शौर्य पुरस्कार दिया जाता है ।राज्य सरकार द्वारा ऐसे वीर बालक बालिकाओं को नामांकन/आवेदन 31 दिसंबर तक मंगाया जा रहा है जो बच्चे अपने जान के परवाह किये बिना  01 जनवरी 20से 31 दिसंबर 20 के बीच दुसरो के जान बचाया हो। ऐसे वीर बच्चों को राज्य सरकार शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करते हैं। 

उद्देश्य:-

इस योजना का मुख्य उद्देश्य वीर, साहसी बालक / बालिकाओं को किसी घटना विशेष में उनके द्वारा प्रदर्शित अदम्य साहस, शौर्य एवं बुद्धिमता के संदर्भ में उनके साहसिक कार्य / कृत्य के लिए पुरस्कृत करना है जो अन्य के लिए उदाहरण एवं प्रेरणास्रोत बन सके। यह कृत्य किसी की जीवन रक्षा अथवा उसको शारीरिक क्षति से बचाने के उद्देश्य से निःस्वार्थ सेवा से संबंधित होना चाहिए।

पात्रता:-
आवेदक की आयु घटना दिनांक को 18 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा आवेदक छत्तीसगढ राज्य का निवासी होना चाहिए।
पुरस्कारः
पुरस्कार अन्तर्गत प्रति बालक / बालिका को एक मुश्त 10 हजार रूपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। प्रतिवर्ष अधिकतम 5 बालक / बालिकाओ को पुरस्कृत किया जाता है। पुरस्कृत बालक / बालिकाओं को ‘राष्टी्य शौर्य पुरस्कार से सम्मानित बालक / बालिका छात्रवृत्ति नियम 2003” के अनुरूप छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है ।