हाथी रिटर्न पार्ट -2

बालोद।बालोद जिले के डौण्डी ब्लॉक स्थित खुर्शीटिकुर व लीमुऊडीह क्षेत्र से शुक्रवार को हाथियों की दल कांकेर जिले के इरागांव क्षेत्र में प्रवेश कर गया था. जिन्हें ग्रामीणों द्वारा ढोल नगाड़े और मशाल जला वापिस बालोद जिले की ओर भेज दिए जाने की जानकारी मिली है. लगभग 10 दिनों से हाथियों की दल बालोद जिले के गुरुर व डौंडी वन परिक्षेत्र के जंगल क्षेत्र में विचरण कर रहे. इस दौरान हाथियों ने जंगल से लगे खेतों की खड़ी फसलों को रौंद नुकसान पहुचाने के साथ खेतों में लगे कुछ पानी के बोर को नुकसान पहुँचाया गया. अभीतक राहत की बात यह रही कि हाथियों के दल ने किसी इंसान, मवेशी व घर को नुकसान नही पहुंचा।

सावधान हाथियों को देखने की लालसा करना खतरे से खाली नहीं।

आपको बतलादे की कहीं ना कहीं जिस तरह दूसरी बार हाथियों की दल को ढोल नगाड़े व मसाल के साथ कांकेर जिले के ईरागांव क्षेत्र से लौटाने की जानकारी मिल रहे. उससे हाथियों के दल बिखरने व आक्रोशित होने की उम्मीद जता रहे है. देर रात्रि हाथियों को लौटाने के चलते अभी यह भी स्पष्ट नहीं है की हाथियों के दल के सभी हाथी बालोद जिले में लौट आया होगा या नहीं.

दल बल के साथ पहुंचेंगे अधिकारी

कांकेर जिले से दूसरी बार हाथियों की वापसी के बाद बालोद जिले के मंडल मंडल अधिकारी सतोविसा समाजदार आज सुबह पुनः क्षेत्र का दौरा कर हाथियों का जायजा लेंगे. वही डौण्डी वन परिक्षेत्र डौंडीलोहारा, बालोद के रेंजर मामले में हाथियों पर नजर रखे हुए हैं।

अपील:-


दैनिक बालोद न्यूज़ डौण्डी ब्लॉक के खुर्शीटिकुर, लीमुऊडीह के आसपास गांव के ग्रामीणों से अपील करता है कि हाथियों को देखने की लालसा में जंगल की ओर ना जाए. बल्कि गांव में रह अपने व परिवार का ध्यान रखे।