जलाऊ के लिए जंगल पर निर्भरता होगी खत्म, बचेंगे वन
बालोद/बिजापुर। पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी है कि हम जंगलों को बचाएं, लेकिन मानवीय आवश्यकता की परिणति कि जलाऊ लकड़ियों के लिए भी जंगल का खात्मा हो रहा है। जलाऊ के लिए जंगल पर मानवीय निर्भरता को पूरी तरह समाप्त करने बीजापुर नगर पालिका ने एक आदर्श विकल्प तलाश लिया है।
राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना के प्रारंभ होने के पश्चात नवाचार के तहत
बीजापुर पालिका द्वारा महिला समूह के माध्यम से गोबर की जलाऊ लकड़ियां तैयार कर बेची जा रही है। पालिका के सीएमओ पवन मेरिया की पहल पर शरू हुए इस नवाचार को लोग भी सराहा रहे है।
दरसल पालिका अंतर्गत संचालित आदर्श गौठान में हरियाणा से मंगवाई गयी मशीन से गोबर की जलाऊ लकड़ियां तैयार की जा रही है।
मिंटो में यहां दर्जनों लठ तैयार हो रहे है। जिसे हॉटल, श्मशान से लेकर अन्य उपयोगी स्थल पर ले जाकर इनकी बिक्री कर खपत करवाई जा रही है। इसका सीधा फायदा समूह की महिलाओं को भी मिल रहा है। उन्हें अच्छी आमदनी होने के साथ आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है। यह कॉन्सेप्ट पूरे छत्तीसगढ़ में अपने आप मे ना सिर्फ अनूठा है बल्कि गोबर की उपयोगिता और सरकार की गोधन योजना को श्रेष्ठ सिद्ध करने में काफी है।