Big न्यूज़- क्या आप भी OLX व फेसबुक पर सामान खरीदना चाहते, तो ये खबर आपके लिए है, कहीं आप भी ना हो जाए ऐसे लोगों के शिकार।

आरोपियों से जप्त दस्तावेज

बालोद। जिला पुलिस द्वारा अंतर्राज्यीय गिरोह के दो ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो अपने आप को को को आर्मी जवान यह कमांडेंट बतला OLX वेबसाइट व फेसबुक पर मोटरसाइकिल, कार मोबाईल व अन्य सामान बेचने के नाम पर भोले भाले लोगों से धोखाधड़ी कर ठगी का शिकार बनाते थे।

फर्जी कार्ड

फौजी का नाम सुनते ही लोगों के मन में देशभक्ति और ईमानदार व्यक्ति की छवि बन जाती है और उनके कामकाज पर किसी प्रकार का शक नहीं होता। लोगों की इन्हीं भावनाओं का कुछ ठग फायदा उठा, ओएलएक्स में फर्जी आर्मीमेन बन सक्रिय हो समान बेचने के नाम पर लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं।

पूरे मामले का प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक जीतेंद्र सिंह मीणा ने बतलाया कि प्रार्थी डोमन लाल साहू, पिता सुंदर लाल साहू ग्राम बेहराभाटा द्वारा थाना देवरी में शिकायत दर्ज कराया गया था कि उनके साथ OLX के माध्यम से पुराना मोबाइल हैंडसेट बेचने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपने आप को आर्मी का जवान बतला मोबाइल नंबर 7469 05459 से प्रार्थी को व्हाट्सएप भेज एवं डिलीवरी बॉय के मोबाइल नंबर 737 77 85 186 पर संपर्क कर अपने पेटीएम नंबर 8930 75 60 551 के खाते में दिनांक 29.07.2020 से 31.07.2020 तक कुल 36507 रुपए ट्रांसफर करवा लिया लेकिन उन्हें मोबाइल नहीं भेजा गया।

प्रेसवार्ता

जिसपर पुलिस अधीक्षक श्री जीतेंद्र सिंह मीणा पुलिस, अनुविभागीय अधिकारी बालोद श्री दिनेश सिन्हा के मार्गदर्शन में टीम गठित कर

अज्ञात आरोपी के खिलाफ जांच शुरू की और एक टीम बना राजस्थान रवाना किया गया। मामले में पुलिस ने दो आरोपी असलम, पिता बन्ना निवासी, ग्राम- बोरिया बास पाटा थाना- नौगांवा, तहसील रामगढ़ जिला- अलवर एवं दूसरा आरोपी साकिर खान, पिता सफी मोहम्मद खान निवासी ग्राम- काला घाटा ,थाना- नौगांवा, तहसील- रायगढ़, जिला- अलवर को राजस्थान से गिरफ्तार कर बालोद लाया।
पुलिस ने आरोपियों से 3 नग मोबाइल सेट, 5 सिम कार्ड, 45 से 50 लाख की लेनदेन वाली 4 नग पंजाब नेशनल बैंक खाता का बुक, एक नग इलाहाबाद बैंक का खाता, तीन एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, फर्जी कोरियर रसीद, आर्मी जवान का फर्जी कैंटीन कार्ड, फर्जी आईकार्ड, आधार कार्ड बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि आरोपियों द्वारा ओ ओएलएक्स में किसी भी सामान की बिक्री हेतु विज्ञापन डाल कर उसमें फर्जी सिम नंबर को अपना संपर्क नंबर बदला ग्राहकों से व्हाट्सएप से संपर्क करने बोलता था और ग्राहकों से समान का एंट्री शुल्क, लेट शुल्क, हाफ शुल्क, आर्मी कैंटीन शुल्क बता अलग-अलग किस्तों में ऑनलाइन गूगल पे व पेटीएम से पैसे ट्रांसफर करवा लेता था।

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अपील:-
एसपी ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह ऑनलाइन खरीदी करने से पहले एक बार अच्छे सोच और समझ ले कहीं वह किसी ठग के शिकार तो नहीं हो रहा है उसके बाद ही सामान खरीदें।

इस पूरे मामले को सुलझाने व राजस्थान जिला अलवर से गिरफ्तारी में विशेष टीम प्रभारी श्री कुमार गौरव साहू

, सहायक उपनिरीक्षक धरम भुआर्य, आरक्षक पूरन देवांगन, आरक्षक संदीप यादव, आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक राहुल मनहरे की टीम का विशेष योगदान रहा।