छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना में जिम्मेदारों की उदासीनता देखने को मिल रही है गौठान में पशुपालक गोबर की ढेर में चलकर गोबर बेचने को मजबूर है
प्रतिभा सोनकर/राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ राज्य के महत्त्वाकांछी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी के अंतर्गत गोधन न्याय योजना की शुरुआत किया गया है जिसके अंतर्गत पशुपालन को बढ़ावा देने व गौ पालकों से दो रूपये किलो में गोबर ख़रीदीं कर उसे खाद बनाकर किसानों को जैविक खेती को बढ़ावा देने जा रहा है।
बात की जाये राजनंदगाव नगर निगम क्षेत्र के लखोली वार्ड की तो
इस केंद्र में लगभग 12 वार्ड के 58 पशुपालक के द्वारा गोबर बेचा जा रहा है । इस केंद्र में औसतन 13 किवंटल गोबर प्रतिदिन क्रय किया जाता है । किंतु यहाँ निगम के द्वारा किसी भी प्रकार के पूर्व तैयारी के गोबर क्रय का कार्य किया जा रहा जिसके चलते पशु पालकों में अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि हमें गोबर बेचने पहले से जमा किये गए गोबर के उप्पर से चल कर जाना होता है । जिससे गोबर विक्रय करने वाले हितग्राहियो को गोबर रखने में काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा रहा है।
दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के पशुपालकों का आय बढ़ाने गोधन न्याय योजना की शुरुआत की है
जिसके तहत पशुपालक सरकार को गोबर बेचकर आर्थिक लाभ कमा रहे हैं ।राजनांदगांव जिले के नगरनिगम क्षेत्र में निगम द्वारा 17 केंद्रों में गोबर खरीदी का काम किया जाना है । किन्तु वर्तमान में 14 केंद्रों में ही गोबर खरीदी काम काम किया जा रहा है ।