स्कूल बंद फिर भी 2 शिक्षिका निभा रहे कोरोना वारियर की भूमिका, लोगों को कर रहे हैं जागरूक

बालोद। शासन प्रशासन द्वारा अब तक स्कूल नहीं खोले गए है। क्योंकि कोरोनावायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। लेकिन शिक्षक अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। आज हम दो ऐसे महिला शिक्षकों के बारे में भी बता रहे हैं जो लोगों को कोरोना के प्रति सतर्क कर रहे हैं। लगभग 5 से 6 महीने से जब से कोरोना का अलर्ट जारी हुआ है तब से लेकर लगातार दोनों महिला शिक्षक अपने अपने क्षेत्र में लोगों की कोरोना से सुरक्षा व उनकी सेवा करने में जुटे हुए हैं। अलग-अलग कार्यों के जरिए इनकी कोरोना जागरूकता मुहिम चल रही है। एक शिक्षिका है मिडिल स्कूल मटिया की पुष्पा चौधरी तो दूसरी शिक्षिका है प्राइमरी स्कूल मटिया की शशिकला देशमुख। जो क्षेत्र में कोरोना वारियर की भूमिका निभा रही हैं। कोरोनावायरस का जब हमारे देश में आगमन हुआ तब लोग दहशत में थे कि इस वायरस से संक्रमण से मृत्यु निश्चित है। दूसरे देश की दुर्दशा को देखने के बाद हमें अपनी और अपने लोगों को इस महामारी से कैसे बचाया जाए, यह हमारे लिए एक चुनौती भरा समय था। इस महामारी से बचाव के लिए सभी लोग अपने अपने तरीके से उपाय करना शुरू कर दिए थे। इसी मुहिम में पुष्पा चौधरी शिक्षक एलबी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मटिया के द्वारा सर्वप्रथम शायद कहना चाहिए कि गुंडरदेही की प्रथम महिला शिक्षिका के रूप में एवं संकुल की प्रथम महिला शिक्षिका के रूप में जिन्होंने आज पर्यंत जरूरतमंद लोगों को अपने हाथों से मास्क सील कर निशुल्क वितरण का कार्य कर रही है।

पुष्पा चौधरी द्वारा कोरोना वॉरियर्स के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जो देखते ही बनता है। वे छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन महिला प्रकोष्ठ सदस्य एवं इकाई गुंडरदेही की महिला प्रकोष्ठ सदस्य के रूप में कार्यरत है। इस एसोसिएशन के माध्यम से गुंडरदेही के बस स्टैंड बाजार चौक आदि जगहों पर जा जाकर मास्क वितरण का कार्य करती रही। जन जागरूकता चलाने का कार्य किया।

साथ ही साथ अपने निवास ग्राम टिकरी, मटिया सहित अन्य गांव में जाकर लोगों को महामारी से सुरक्षित रहने हेतु जागरूकता अभियान एवं गली मोहल्लों में घूम घूमकर मास्क वितरण का कार्य किया। उनके द्वारा खासतौर से जरूरतमंद लोगों को मास्क वितरण किया जा रहा है।जैसे सब्जी वाले, ठेले वाले, गरीब महिला, मजदूर, दूध वाले, राह चलते बुजुर्ग लोगों को अपने हाथों से बनाए मास्क का वितरण कर उन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं स्वच्छता संबंधी जानकारी एवं कोरोनावायरस से बचाव हेतु जानकारी प्रदान करती है।

क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी हैं इन शिक्षिकाओं की भूमिका

पुष्पा चौधरी शिक्षिका होने के नाते शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न क्रियाकलापों, कला कृतियों का निर्माण पर बच्चों को अध्यापन का कार्य कराती है एवं नवाचार गतिविधि के माध्यम से अध्यापन कराने का कार्य करती हैं। उन्हें कई सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। सामाजिक कार्य, उत्कृष्ट कार्य के लिए वह शिक्षक सम्मान प्रदान किया जा चुका है।

इसी तरह प्राथमिक शाला मटिया में शिक्षिका शशि कला देशमुख भी पुष्पा के साथ मिलकर काम कर रही। दोनों शिक्षिकाएं सुबह एवं शाम उस क्वॉरेंटाइन सेंटर में जाकर प्रतिदिन प्रवासी मजदूरों के हाल-चाल पूछते हैं एवं उनके जरूरतों की सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने का उत्तरदायित्व एवं कार्य का निर्वहन करते हैं। पंचायत एवं स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर इन प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी से अवगत कराने का कार्य करती हैं। प्रवासी मजदूरों के हाल-चाल की जानकारी लेने में ग्राम मटिया के कई महिला समूह द्वारा भी विशेष योगदान रहता। उन लोगों ने भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में जाकर अपनी ड्यूटी को पूर्ण जिम्मेदारी से निभाने का कार्य किया है। दोनों शिक्षिकाओं का कहना है कि जब तक कोरोना का संकट है वह जरूरतमंद लोगों को निशुल्क मास्क का वितरण करेंगे और जब जहां जैसी जरूरत पड़ी लोगों की मदद करते रहेंगे।