शासन-प्रशासन के आदेशों की जमकर उड़ी धज्जियां, डीजे. की धुन पर थिरक भारी संख्या में लोगों ने किया विश्कर्मा विसर्जन, कोरोना का भी नही रहा ख़ौफ़, क्या ऐसे आयोजकों पर होगी कार्यवाही?
मामला जिला राजनांदगांव के विकासखंड छूरिया के एक गांव का है
बालोद/राजनांदगांव। कोरोना के लगतार बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र व राज्य सहित जिला प्रशासन तमाम तहर के हथकंडे अपना रहे , ताकि इस वैश्विक महामारी को और बढ़ने से रोका जा सके, इसके लिए तमाम तरह के गाईड लाईन भी बनाए गए, शासन-प्रशासन अपने आदेशों में स्पस्ट तौर पे कहाँ है किसी तहर कोई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नही कर सकते चाहे वो धार्मिक हो या किसी पारिवारिक, बावजूद इसके राजनांदगांव जिले के छुरिया ब्लॉक स्थित ग्राम करमरी से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देख आप हैरान हो जाएंगे, जी हाँ डीजे. की धुन में झूमते नाचते इन लोगों की तस्वीरों को देख ऐसा लगता है मानों ये अमृत पीकर आए है और इनको कोरोना होगा ही नही, क्या इन लोगों के लिए कोरोना को मजाक है, शासन और प्रशासन कोरोना संक्रमण से बचने लगातार लोगों को शोसल डिस्टेंसिग का पालन करने, जरूरी काम होने पर ही मास्क लगाकर घर से बाहर निकले व सावधानी बरतने कह रहे, क्या इन लोगों को कोई फर्क नही पढ़ता, क्या ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर्ताओं पर कड़ी कार्यवाही नही होनी चाहिए, खुदानखास्ता इनमे से किसी एक कोरोना संक्रमित निकल गए तो आप अंदाजा लगा सकते है, की इस गांव के लोगों का क्या होगा। क्यो जिम्मेदार पंचायत इन पर रोक नहीं लगया क्यो मुकदर्शक बनकर बैठे रहे ये सोचनीय वाले बात है।