कोविड सेंटर में साफ सफाई की व्यवस्था चरमराई मरीजों की शिकायत की यहां ना तो साफ सफाई होती है और ना ही रूम को सेनेटाईज किया जाता है

घनश्याम साव/डोंगरगांव। नगर में बने कोविड-19 सेंटर खुलने के कुछ ही दिनों के बाद से ही वहां से शिकायते आनी शुरू हो गई है स्वास्थ्य विभाग चाहे कितने भी दावे कर ले की हम मरीजों के लिए सारी सुविधाएं प्रदान करने के प्रयासरत है पर कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग अपनी कमजोरी की कमजोरी कहें या लापहरवाही उजागर हो ही जाती है। नगर के कोविड सेंटर से लगातार मरीजों की शिकायते आ रही है इसी में वहां के एक मरीज जो की टोलागांव निवासी है उन्होंने बताया कि अस्पताल में साफ साफाई लगातार नहीं पा रही है कुड़ा, बचे हुए खाने यहां डस्टबिन में ही खराब होकर बदबु करते रहते है, रोड कमरों में सेनेटाईजर का छिड़काव नहीं होता रात में पानी की सुविधा नहीं है, उन्होंने यहां तक बताया कि रात 10 बजे के बाद पानी नहीं आने की स्थिति में वे काफी आवाज लगाते है इसके बावजूद वहां के कर्मचारी हमारी बातों को नहीं सूनते। इसी प्रकार मोहड़ तथा डोंगरगांव के ही कुछ मरीजों ने बताया कि यहां तो कुछ कमरों में लाईट नहीं है तो कहीं पंखें भी बंद पड़े है बिना पंखें के रात को सोना मुमकीन नहीं है, हमारे रूम में भी कल से सेनेटाईजर का छिड़काव नहीं किया गया है। जब हम आये तो पुराने मरीज के ही बिस्तर पर हमें रखा गया है उसें बदला भी नहीं गया है। मरीजों की यह भी शिकायत है कि नये मरीज और पुराने मरीज को एक ही रूम रखा जा रहा है जिनकी छूट्टी होनी है और जो मरीज नये आये है दोनों को एक ही रूम में रखा जा रहा है यह कहां तक सहीं है।
स्वास्थ विभाग जहां लगातार कोविड-19 के लिए जागरूकता कार्यक्रम चला रही है कि लोग अपने घरों में रहें और लगातार हांथ धोते रहें साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे वहीं दूसरी ओर कोरोना मरीजों को ही साफ – सफाई से वंचित रखा जा रहा है अब ऐसे में संक्रमण का खतरा और बढ़ने का डर बन जाता है।

बीएमओ रागीनी चंद्रे ने बताया कि

साफ सफाई रोज हो रहीं है लाईट पंखें की व्यवस्था भी की जा चुकी है और भी अन्य सुविधाओं को ध्यान दिया जा रहा है जिससे मरीजों को कोई परेशानी ना हो।

Dr Ragini chandre BMO