Exclusive- जिला अस्पताल बालोद में कोरोना से हुई ढाई साल की बच्ची की मौत, कलकसा की थी रहने वाली, परिजनों का आरोप घर में कोई नहीं था कोरोना का मरीज तो कैसे शिकार हुई हमारी बेटी,संक्रमण का खतरा कहीं अस्पताल में ही तो नहीं?

बालोद। बालोद जिला अस्पताल में आज ढाई साल की एक बच्ची की कोरोना से मौत हो गई इस मौत ने शासन प्रशासन के बीच खलबली मचा दी है तो वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा कर दी है। सवाल परिजनों की ओर से भी है कि आखिर घर में आज तक किसी को कोरोना नहीं हुआ है ना कोई बाहर से आया हुआ है तो आखिर इस ढाई साल की मासूम को कैसे कोरोना हो गया। बच्ची को सर्दी खांसी सांस लेने में तकलीफ थी। इसके चलते उसे जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था ।जहां दोपहर 12:20 बजे उसे भर्ती किया गया तो दोपहर 1:20 बजे ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।

इस पूरे मामले में बच्ची के चाचा देवनारायण कुंजाम ने दैनिक बालोद न्यूज़ के जरिए शासन प्रशासन से सवाल उठाया है कि आखिर बच्ची को कोरोना का संक्रमण कैसे हो गया। उसे तो कोई और ही परेशानी थी। बच्ची का अंतिम संस्कार कुछ देर पहले ही कलकसा मालीघोरी में हुआ। बच्ची अपने मां के साथ बुढ़ापारा बालोद में रहती थी। मूल गांव कलकसा ही है। उनके पिता मुंबई में काम करते हैं। जो लॉकडाउन में ही फंसे हुए हैं ।दो-तीन दिन से तबीयत खराब थी। जिसके चलते बच्ची को इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल लाए थे। लेकिन क्या पता था कि यहां आने के बाद बच्चे की जान ही नहीं बच पाएगी तो मौत के बाद रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव भी आ जाएगी।