जवाहर पारा के लोगों के बच्चों को नहीं मिल पा रहा अस्वच्छ धंधा छात्रवृत्ति, तहसीलदार कर रहे हस्ताक्षर से इंकार, नपा उपाध्यक्ष सहित पार्षद ने एसडीएम से की शिकायत

बालोद। शहर के जवाहरपारा में वर्षों से निवासरत चमड़ा से संबंधित कारोबार करने के बाद भी उन परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि नगर पालिका क्षेत्र में निवासरत ऐसे परिवार के बच्चों को अस्वच्छ धंधा छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

पूर्व में 2014-15 में तत्कालीन राजस्व विभाग के अफसरों द्वारा अस्वच्छ धंधा से संबंधित प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है। लेकिन वर्तमान में राजस्व विभाग के अफसर खासतौर से तहसीलदार प्रमाण पत्र जारी करने से आनाकानी कर रहे हैं। इससे जवाहरपारा के कई बच्चे छात्रवृत्ति से वंचित हो गए हैं। वार्ड के उन बच्चों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए पार्षद पद्मनी साहू, नगरपालिका उपाध्यक्ष अनिल यादव सहित अन्य पालक शनिवार को तहसील कार्यालय पहुंचे। जहां पहले वे तहसीलदार रश्मि वर्मा के पास गए लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। तो पूरी समस्या जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम के सामने रखी और पुराने रिकॉर्ड भी दिखाते हुए कहा गया कि जब पहले उन्हें इसका लाभ मिला था, प्रमाण पत्र भी जारी हुआ था तो फिर अब क्यों नहीं किया जा रहा है। तहसीलदार द्वारा हस्ताक्षर करने से मना किया जा रहा है। पहले तो एसडीएम शिल्ली थॉमस का कहना था कि गाड़ा जाति के लोगों को इस योजना के तहत लाभ नहीं मिल सकता। लेकिन पुराने रिकॉर्ड देखने के बाद उन्होंने विचार करते हुए कहा कि शासन से गाइड लाइन लेकर इस संबंध में वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बच्चों के हित में प्रयास किया जाएगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए आवेदन को तहसीलदार को मार्क करके इस समस्या का हल निकालने आश्वस्त किया।