टेंट डीजे वालों ने बेरोजगारी पर निकाली सांकेतिक रैली, किया प्रदर्शन, पर खाने के लिए मच गई भगदड़

बालोद। जिले में कोरोना काल के बीच शुक्रवार को एक अनूठा प्रदर्शन हुआ। जिलेभर के साउंड डीजे टेंट लाइट धुमाल व भवन वाले यहां के सरदार पटेल मैदान में इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ बेरोजगारी के विरोध में सांकेतिक रूप से प्रदर्शन पर उतर आए।

सड़कों पर धुमाल डीजे सहित टेंट वाले अपने सामानों के साथ सांकेतिक रैली निकालते हुए कहने लगे कि हमारी भी सुनो सरकार, हम हो गए हैं बेरोजगार, इस नारे के साथ पूरे शहर भर में मुख्य मार्गो से रैली निकालकर यूनियन के कर्मचारी पहले एसडीएम दफ्तर पहुंचे फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जहां अफसरों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए जल्द ही हल निकाला जाएगा ।पदाधिकारियों का कहना है कि पड़ोसी जिले धमतरी में जब यूनियन से जुड़े हुए लोगों को काम करने की इजाजत दे दी गई है तो बालोद में भी क्यों नहीं दिया जा सकता है। हम लगभग पांच से छह महीनों से बेरोजगारी से जूझ रहे हैं हालत इतनी खराब हो गई है कि गुजारा मुश्किल हो रहा है।

अश्वनी ठाकुर लोकपाल राजेंद्र साहू राजू देशमुख संतोष देवांगन तरुण राठी व अन्य लोगों ने कहा कि आज 6 माह से बंद कारोबार को पुनः चालू करने के लिए सभी एकत्रित हुए हैं सरकार ने सभी दुकानें खुलवा दी केवल डेकोरेशन साउंड धुमाल भवन के व्यवसाय के तरफ सरकार का ध्यान ही नहीं है

जिसके कारण इस व्यवसाय में काम करने वालों को आर्थिक हालत ठीक नहीं है कर्ज पटाने व घर चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर ही यह सारे काम करने को तैयार हैं सरकार को आने वाले समय में नवरात्रि पर्व व नवंबर दिसंबर में होने वाली शादियों के लिए भवन में कराने की छूट दी जानी चाहिए जिसे साउंड डेकोरेशन लाइट का व्यवसाय करने वालों को काम मिल सके और उनकी भी बेरोजगारी दूर हो सके।

और यह गलत बात है

बेरोजगारी की समस्या बताने के लिए यूनियन के लोगों ने शहर में रैली निकाली। प्रदर्शन भी किया लेकिन प्रदर्शन के बाद फिजिकल दूरी ही भूल गए और सरदार पटेल मैदान में नाश्ता वितरण के दौरान भगदड़ की स्थिति मच गई। कुछ लोग माइक पर बार बार एलाउंस भी करते रहे कि दूरी बनाए रखें और भीड़ ना करें लेकिन यूनियन के लोग भीड़ और कोरोनावायरस का खतरा बढ़ाते दिखे।