अंतिम संस्कार में पहुंचे पार्षद पति सहित वार्ड वासी मुक्तिधाम की बदहाली देख फोटो खींचकर व्हाट्सएप में शेयर किया, अध्यक्ष-सीएमओ को बोले कभी इधर भी देख लेना, स्थिति बहुत बदहाल है

बालोद। बालोद नगर पालिका क्षेत्र के पाररास वार्ड का मुक्तिधाम बदहाल हो गया है। यहां पिछले साल ही सौंदर्यीकरण हुआ था। लेकिन देखरेख के अभाव में यह मुक्तिधाम अब बदहाली पर आंसू बहा रहा है। पालिका प्रशासन द्वारा भी कोई निगरानी यहां नहीं होती। इसकी पोल उस वक्त खुल गई जब वार्ड में किसी की मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिए ले गए तो वहां बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी, ना लाइट चालू थी। हालत की बहाली देखकर पार्षद सरोजिनी साहू के पति डोमेन्द्र साहू से भी रहा नहीं गया और उन्होंने तुरंत वहां की बदहाली की तस्वीरें मोबाइल पर खींचते हुए व्हाट्सएप पर सीएमओ और अध्यक्ष को शेयर कर दी और उन्हे कहा कि जरा इधर भी देख लीजिएगा, स्थिति बहुत बदहाल है।

असामाजिक तत्वों ने इस मुक्तिधाम को कर दिया उजाड़, चौकीदार भी नहीं देते ध्यान

बालोद नगर पालिका क्षेत्र के पाररास वार्ड में मुक्तिधाम का सौंदर्यीकरण का काम नगर पालिका ने किया था लेकिन देखरेख के अभाव में अब यह मुक्तिधाम फिर से को उजाड़ होने लगा है स्थिति इतनी बदहाल हो चुकी है कि यहां बैठने तक के लिए भी इंतजाम नहीं है। जो चेयर यहां लगाए गए थे उन्हें असामाजिक तत्व तोड़ फोड़ कर फेंक दिए हैं तो वहीं यहां पर समय पर चौकीदार भी नहीं मिलता है यह बदहाल तस्वीर उस वक्त सामने आई जब 1 दिन पहले वार्ड में एक व्यक्ति की मौत हो गई। अंतिम संस्कार करने के लिए जब शाम को लोग इस मुक्तिधाम में पहुंचे तो वहां अंधेरा था।

बिजली तक चालू नहीं थी। चौकीदार ही गायब था तो बैठने के लिए कोई जगह ही नहीं थी। लोग अंधेरे में एक दूसरे का हाथ पकड़कर अंतिम संस्कार होते तक खड़े रहे जो सीमेंट की चेयर लगे हुए थे उन्हें असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर फेंक दिया था। पार्षद पति डोमेन्द्र साहू ने कहा कि चौकीदार को लेकर पहले भी यहां शिकायत है जब कभी जरूरत हो तो चौकीदार गायब रहता है। चाबी भी नहीं मिलती। बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। अगर निगरानी नहीं होती तो लाखों के सौंदर्यीकरण का क्या मतलब। मुक्तिधाम भी असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है।