सावधान- पहचान लीजिए यह चेहरा, कहीं आपको भी तो नहीं आ रहा है इसका मैसेज?क्योंकि ओएलएक्स पर खुद को आर्मी का जवान बताकर यह शख्स कर रहा है लोगों से ठगी, कईयों से खाते में पैसा भी जमा करवा चुका

गूगल की पुरानी फ़ोटो जिसे भेजकर झांसे में लेता है ठग

बालोद जिले में साइबर क्राइम का शिकार हुए एक युवक को पुलिस ने बचाया

बालोद। जिले में लगातार साइबर क्राइम के नए नए मामले सामने आ रहे हैं। लोग चंद पैसों के लालच में तो चंद पैसे बचाने के लिए सस्ते के फेर में भी झांसे में फंस रहे हैं। आजकल सेकंड हैंड चीजों को बेचने के लिए शुरू की गई ओएलएक्स वेबसाइट भी ठगी का जरिया बन गई है। अब एक नया मामला पिनकापार चौकी क्षेत्र के ग्राम मुड़ खुसरा में सामने आया है। जहां के एक युवक को अज्ञात साइबर अपराधी ने 50 हजार में महंगी बाइक बेचने का झांसा देकर ₹29000 जमा करवा लिया।

नेट की ये फोटो भेजी ठग ने

10 से 15 हजार रुपए और जमा करवा रहा था इसकी भनक लगने पर पुलिस की समझाइश के बाद युवक ने खाते में पैसा डालना बंद किया आरोपी खुद को आर्मी का जवान बताकर अपनी आईडी कार्ड भेज कर युवक को विश्वास में ले चुका था।

सारी बातें व्हाट्सएप चैटिंग और व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए होती थी।

अलग-अलग चार्ज के नाम से वह युवक से पैसा जमा करवाता आ रहा था। जहां से वह पैसा जमा करता था उसे भी शक हो गया था कि युवक फ्रॉड का शिकार हो रहा है। उसी बैंक कर्मी ने फिर युवक की साइबर एक्सपर्ट पूरन देवांगन से बात करवाई। पूरन देवांगन पूर्व में बालोद जिले में साइबर सेल के प्रभारी रहे हैं। जो वर्तमान में रायपुर में पदस्थ हैं लगभग आधे घंटे की समझाइश के बाद युवक को पता चला कि वह ठगी का शिकार हो रहा था वह इतने विश्वास में था कि वह खुद को ठगा हुआ ही नहीं मान रहा था और पुलिस की समझाइश को भी नकार रहा था।

गूगल से आर्मी ऑफिस की फोटो शेयर कर लेता था झांसे में, आपके साथ भी हो सकता है यह देखिए तस्वीरें ताकि पहचान सके अपराधी को

ओएलएक्स पर सेकंड हैंड महंगी बाइक का विज्ञापन डला हुआ था। एक लाख से ऊपर कीमती बाइक को 50000 में बेचने का झांसा देकर आरोपी ने युवक को फसाया फिर अलग-अलग चार्ज के नाम से अपने खाते में पैसा जमा करवाने लगा। खुद को आर्मी का जवान बताने कहने लगा कि आर्मी की गाड़ी से ही आपको बाइक भेजूंगा।

बाइक की पैकिंग करते हुए फोटो से लेकर पोस्ट ऑफिस व आर्मी की गाड़ी को भी वह व्हाट्सएप में भेज कर दिखाने लगा। उक्त सभी फोटो इंटरनेट गूगल पर पहले से डली रहती है लेकिन युवक इतना समझदार नहीं था कि वह आरोपी की चाल को समझता। पुरानी फोटो को व्हाट्सएप में भेज कर उसका विश्वास जीतता रहा। युवक को लगता रहा कि वाकई में उसे कुछ दिनों में सस्ते दर पर मिलने वाली उनके पास पहुंच जायेगी।