Exclusive-मेहनत की मिसाल- साहूकार ने छीन ली थी दादा की जमीन, बचपन से ही जायजाद की लड़ाई ने इस पोते का बढ़ाया हौसला, अब बने दुर्ग न्यायालय के अतिरिक्त लोक अभियोजक प्रथम, पढ़िए छन्नूलाल साहू की मेहनत की कहानी
बालोद/ अंडा। पुरानी फिल्मों की कहानी तो आपको याद आती ही होगी। जब कभी हम देखते थे कि भोले-भाले किसानों की जमीन को सेठ साहूकार हड़प लेते थे और बाद में उन किसानों का बेटा बड़ा होकर उन साहूकारों से बदला लेता था। ऐसी ही कुछ फिल्मी कहानी इस शख्स के जिंदगी में भी भरी है। जिन्होंने अपने आप को गरीबी में भी निखारा और इतनी मेहनत करते रहे कि आज दूसरों के लिए मिसाल बन गए हैं। यह फिल्म की कहानी नहीं एक वकील के कोर्ट में अतिरिक्त लोक अभियोजक बनने की असली सच्चाई है।
बात हो रही है,ग्राम कुथरेल के रहने वाले ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े छन्नूलाल साहू की। जिनको दुर्ग न्यायालय का अतिरिक्त लोक अभियोजक बनाया गया है। लोक अभियोजक के बाद दुर्ग न्यायालय में 9 अतिरिक्त लोक अभियोजक हैं। जिसमें प्रथम अतिरिक्त लोक अभियोजक का दर्जा छन्नूलाल साहू को मिला है। बचपन में उनके पैतृक संपत्ति को गांव के ही एक साहूकार ने उनके दादा से धोखे से हस्ताक्षर करवा कर हड़प लिया था तब से जमीनी विवाद का संघर्ष करते हुए आगे बढ़े और बचपन से ही उन्होंने ठान रखा था कि 1 दिन वे भी वकालत कर के लोगों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे और उनका सपना धीरे-धीरे साकार होने लगा।
बालोद में भी किए 3 साल वकालत

उनके मित्र अधिवक्ता भेष साहू ने बताया कि बालोद कोर्ट में भी छन्नू साहू को वकालत करने का मौका मिला। वकालत की शुरुआत उन्होंने व्यवहार न्यायालय से ही की थी। लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक ना होने से गांव से बालोद आने जाने में होने वाली परेशानी को देखते हुए जिला न्यायालय दुर्ग में सिविल के जानकार नंदू लाल श्रीवास्तव वकील के सानिध्य में रहकर प्रैक्टिस करते रहे और उनका संघर्ष और मेहनत जारी रहा और अब रंग लाया है। बचपन से ही संघर्षशील होने के कारण छन्नू लाल ने हार नहीं मानी और न ही अपने बुरे वक्त की ओर पलट कर देखा। विधि की पढ़ाई उन्होंने दुर्गा महाविद्यालय रायपुर से करने के बाद वकालत की शुरुआत की थी। तब से उनका रुझान जमीन जायदाद के मामले में पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने का रहा है। छन्नूसाहू के अतिरिक्त लोक अभियोजक बनने पर जिले के लोगों ने भी बधाई दी। जिसमें अधिवक्ता भेषकुमार साहू, संजय, श्याम, आर एस श्रीवास्तव, केशव राम साहू , कुलेश्वर प्रसाद साहू, रेवा खरे, रीता घोष, बिंदु नायर, टाकेश्वरी साहू, पूर्व विधायक भैया सिन्हा, नौशाद कुरैशी, ओमकार महमल्ला, सुमित राजपूत, विकास चोपड़ा, बंटी शर्मा रिच्छेद मोहन कलिहारी शामिल हैं।