लगातार सड़क हादसे के बाद भी नहीं सुधरे अधिकारी और ठेकेदार
नगर का युवक फिर जा घुसा डिवाइडर में,गंभीर घायल रायपुर रिफर
दैनिक बालोद न्यूज /घनश्याम साव/डोंगरगांव।डोंगरगांव नगर में लंबे समय से 18 करोड़ की लागत से बन रही सड़क में आए दिन कोई न कोई दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं लगातार हो रहे सड़क हादसे के बाद भी अधिकारी ठेकेदार और स्थानीय नेताओ का ध्यान अभी तक अपेक्षित है ” सड़क चौड़ी करण ” नाम सुनते ही नगर विकास कि बाते ध्यान मे आती है मगर डोंगरगांव मे सड़क चौड़ी करण का अभिप्राय ही मौत है। सड़क चौड़ी करण शुरू से ही विवादो मे रही है, जहां एक ओर बार बार ठेकेदार बदले गये वही निर्माण और गुणवत्ता की परख तो कोई भी सामान्य व्यक्ति आसानी से कर लेगा ! सड़क चौड़ी करण शुरू होने के बाद से ही दुर्घटनाओ का दौर लगातार शुरू हो गया। नगर में कई ऐसी घटनाये हुई जिसमे लोगो को हल्की चोट से लेकर गंभीर चोटे आई है इनके अलावा कई लोगो की मौत के बाद भी सड़क की दशा और दिशा नहीं बदल पाई है सड़क चौड़ी करण में ठेकेदार द्वारा धीमी और लापरवाही के चलते यह लोगो के लिए धूल का गुबार और दुर्घटना का प्रोजेक्ट बन गया है ! विधायक के प्रोजेक्ट पास कराने के बाद से ही अगर प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया होता तो ऐसे कई हादसे टल जाते जो कि अधूरे निर्माण कि वजह से हो रहे है एक ऐसा ही हादसा 24 अक्टूबर गुरूवार कि रात्रि लगभग 10:30 बजे के आसपास नगर के ही विदेशी मदिरा दूकान मे काम करने वाले युवक गणपत यादव पिता उभे राम यादव उम्र 37 वर्ष निवासी किल्लापारा डोंगरगांव जो कि रात्रि मे काम पूर्ण कर अपनी मोटर साइकिल से घर कि ओर जा रहा था तभी विपरीत दिशा से आ रही बड़ी गाडी के तेज़ रोशनी आँखों मे पड़ने से चालक बाइक सहित डिवाइडर मे जा घुसा जिससे युवक को सर, हाथ मुँह एवं पैर मे गंभीर चोटे आयी है ,जिसे आनन फ़ानन मे आसपास के लोगो द्वारा डोंगरगांव अस्पताल पहुंचाया गया। घायल युवक को प्राथमिक उपचार पश्चात राजनांदगाव मेडिकल कॉलेज रेफेर किया गया। प्रशासनिक अधिकारियो से कई बार सड़क चौड़ी करण के कमियों को बताया और दिखाया गया मगर काम नहीं हुआ हर बार एक नया हादसा एक नयी खबर एक नया घायल मगर कारण वही पुराना घटिया निर्माण, लाइट कि कमी, कोई संकेतक नहीं, अधूरा निर्माण को लेकर अब तक सिर्फ चर्चा का विषय बनके रह गया है।
मुख्य मार्ग में रौशनी कि कमी बन रहा हादसों का कारण
18 करोड़ के लागत से बन रहे नगर के सड़क चौड़ी करण जो कि डोंगरगांव के तिगाला पेट्रोल पंप से लेकर गांधी पेट्रोल पंप के थोड़ा आगे तक बनना था जिसका काम सालो से अधूरा है। साथ ही इस नये बन रहे डिवाइडर पर ना शुरुवात ना ही अंत मे लाइट कि व्यवस्था है साथ ही अचानक से डिवाइडर शुरू होने कि वजह से लोगो को साइड का पता नहीं चल पाता है जिससे अब तक कई लोग इस मार्ग में सड़क हादसे शिकार हो चुके है जिसमे कुछ को मामूली तो कुछ को गंभीर चोट तक आई है।
ठेकेदार को आखिर किनका संरक्षण
सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार को अधूरे काम, लाइट कि कमी, घटिया निर्माण, घटिया क्वालिटी, के बारे मे कई बार ध्यान देने को कहा गया मगर इन सभी बातो के बारे मे ना ही ठेकेदार ना ही शासन प्रशासन किसी ने ध्यान नहीं दिया आये दिन हादसों कि खबर दैनिक समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित किया जा रहा है किंतु हर बार अधिकारियो द्वारा इन सभी बातो को अनदेखा कर दिया जाता है जिससे मामला ठंडे बस्ते मे चला जाता है। अब तक हादसे के शिकार या तो बाहर से आने वाले राहगीर जो जगह से अनजान है या गरीब तबके के लोग हुए है जिनके हादसों मे घायल हो जाने या मौत हो जाने से शासन प्रशासन पर कोई दबाव नहीं बन रहा, वंही दूसरी ओर किसी शासकीय अधिकारी, कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी या किसी राजनैतिक दल से जुड़े किसी खास के साथ ये हादसे हो जाते है तो सभी हरकत मे आ जायेंगे। इतने हादसों के खबर के बाद भी किसी तरह का कोई भी सुधार कार्य का ना होने सम्बंधित ठेकेदार को किसी खास के संरक्षण कि ओर इशारा करता है।
कई बार धरना प्रदर्शन भी किया गया
सड़क चौड़ी करण मे हुई अनियमितताओं के चलते नगर के बड़ी राजनैतिक दलों ने अलग अलग समय में धरना प्रदर्शन भी किया गया मगर ये धरना प्रदर्शन भी धरा का धरा रह गया और कोई भी सुधार नहीं हो पाया वर्तमान में लगातार हो रहे सड़क हादसे के बाद भी अधिकारी ठेकेदार और स्थानीय नेताओ तथा जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर अपेक्षित है।