फुड पाइजनिंग:जंगली पुटु खाने से एक परिवार के 05 लोगों की हालत बिगड़ी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया

बारिश के दिनों में खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/ डोंगरगांव।बरसात के दिनों में निकलने वाला जंगली मशरूम को खाने से छूरिया विकासखण्ड के शहीद ग्राम बादराटोला  के एक ही परिवार के 05लोगों की हालत बिगड़ गई है. दरअसल, ग्राम घर के बगल लगा हुआ कोठार  में  जंगली पुटु निकला  हुआ था, जिसे पैरा पुटू समझकर वो घर ले आया.जिसके बाद जंगली पुटु को रात्रि में लगभग 9 बजे  परस बाई पति घनाराम यादव उम्र 65 वर्ष, गंगा बाई पति रामनाथ 85 वर्ष,कौशिल्या पति रामवतार उम्र 28 वर्ष, रामवतार पिता घनाराम 30 साल ,हसीना रामकरण 10 वर्ष  ने इसे खाया। खाने के 2 घंटे बाद  लगभग 11 बजे उल्टी दस्त व हालत बिगड़ने लगे जिसके बाद अस्पताल लाने के लिए गाड़ी का व्यवस्था कर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव लाया गया समय पर अस्पताल पहुंच जाने के बाद शाम तक सभी के सेहत पर सुधार आ गया डाक्टर ने सभी मरीजों को 24 घंटे अस्पताल में अपने निगरानी में रखें हुए पुरी तरह स्वस्थ होने के बाद रविवार को डिस्चार्ज करेंगे।

जंगली पुटू कितना नुकसान दायक इस संबंध में क्या कहते है खंड चिकित्सा अधिकारी

वहीं फूड पायजिंग की जानकारी होने पर डां सुदेश बंसोड   खंड चिकित्सा अधिकारी ने ड्यूटी पर तैनात डाक्टर से हालचाल जाना. डॉक्टर ने बताया कि अभी बरसात के दिनों में किसी को जंगली पुटू का सेवन नहीं करना चाहिए. डॉक्टरों की माने तो जंगलों में पाए जाने वाले कुछ मशरूम जहरीले होते हैं, जिनमें बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इनका सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग की आशंका होती है। ज्यादा स्थिति खराब होने पर जान भी जाने का डर रहता है। अगर मशरूम की सही पहचान नहीं हाे ताे जंगली मशरूम खाने से बचना चाहिए। जंगली पुटू खाने से फूड प्वॉइजनिंग का खतरा बना रहता है. जिससे जान को खतरा भी हो सकता है।