Exclusive- बालोद से 10 वी की टॉपर भारती की कहानी को शिक्षा विभाग के पोर्टल में मिला हमारे नायक के रूप में स्थान

“मुझे कुछ करना है, अपने और अपनों के लिए” इस संकल्प को आधार बना भारती यादव बनी टॉपर

बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव ने लिखा है पोर्टल में उनकी सक्सेस स्टोरी

बालोद। सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल में प्रतिदिन हमारे नायक के रूप में विभिन्न जिलों के एक शिक्षक व एक बच्चे का चयन किया जा रहा है। ऐसे ही हमारे नायक विद्यार्थी के रूप में अब बालोद जिले की कक्षा 10वी से स्टेट टॉपर कु भारती यादव की सफलता की कहानी को शासन ने चयनित किया है। बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला कोसा ,विकासखंड गुंडरदेही ने इस छात्रा की कहानी लिखी है। शासन ने शिक्षकों व बच्चों के प्रेरक पहल को अन्य शिक्षकों व बच्चों तक पहुंचाने के लिए उनकी सक्सेस स्टोरी को cgschool.in पोर्टल में स्थान दिया गया है ताकि दूसरे शिक्षक व बच्चे भी प्रेरित हो और वह भी उनका अनुसरण करें।

आइए जाने हमारे नायक (विद्यार्थी) कु भारती यादव के बारे में

शिक्षकों द्वारा कही गयी बातें, किसी बच्चे पर कितना असर करता है, इसे देखना हो, तो हमें बालोद जिले के लाटाबोड़ विद्यालय के बच्चों से मिलना होगा। जहाँ प्रतिदिन कक्षा में बच्चों को योग व मेडीटेशन के साथ साथ मोटिवेशनल बातें बताई जाती है। शिक्षकों द्वारा बताई गई बातों में से एक बात “मुझे कुछ करना है, अपने और अपनों के लिए” को अपनी कॉपी में लिखकर एक संकल्प लेकर अपने लक्ष्य को हासिल करने कु भारती यादव पूरे प्रदेश में हाईस्कूल परीक्षा में तीसरे रैंक प्राप्त कर सफलता प्राप्त की है। बालोद जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बार फिर एक नई ऊंचाई को पाया है। भारती यादव ने एक चर्चा में कहा कि वह टॉप टेन में आएगी, इसकी उम्मीद तो थी, यह भी सोच रही थी कि शायद वह सातवें आठवें रैंक पर आएगी, लेकिन तीसरे रैंक पर आ जाएगी इसकी उम्मीद नहीं थी। 95 प्रतिशत तो आ ही जाएगी इतना यकीन था पर अपनी मेहनत से भारती ने अपने ही उम्मीदों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और 98.67% के साथ तीसरे रैंक पर आ गई। भारती नेबताया है कि उम्मीद से बेहतर मैंने मुकाम पाया है। अभी तो और भी फासले तय करने हैं। आगे और बड़ी मंजिल है। जिसे मेहनत से हासिल करना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों के अलावा अपनी नानी व माता-पिता को दिया। जिनके मार्गदर्शन में वह पढ़ाई करती रही। उनके पिता एमए व मां बीएससी पढ़ी लिखी है। शिक्षित परिवार होने के कारण एक अच्छा माहौल भी भारती को मिला। बेटी अच्छे से पढ़ाई कर सकें इसलिए माता-पिता ने भी उसे अपनी नानी के पास भेज दिया। नानी के मार्गदर्शन व सेल्फ स्टडी के साथ रोज 6 से 7 घंटे मेहनत करते हुए भारती ने जिले के अलावा पूरे छत्तीसगढ़ में टॉप टेन में जगह बना ली।
स्काउट गाइड में राज्यपाल पुरस्कृत है भारती


भारती स्काउट गाइड से जुड़ कर विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में सहभागिता देती है स्काउट गाइड में राज्यपाल पुरस्कृत हुई है, जिससे बोर्ड परीक्षा में 10 अंक बोनस भी मिला है। भारती ने कहा कि उनका सपना इंजीनियर बनने का है। इस पोर्टल के माध्यम से सभी बच्चों को यह संदेश देना चाहती है कि आप सभी लक्ष्य को ध्यान में रखकर पढ़ाई करें। टीवी, सोशल मीडिया से दूर रहे। समय सारिणी बनाकर टाइम मैनेजमेंट का पालन करें।
क्या कहती है टॉपर के बारे में नानी
भारती यादव की नानी चन्द्रकिरण यादव एक शासकीय शिक्षिका है, जो शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला टेकापार में पदस्थ है, जिनके मार्गदर्शन में उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल किया है। एक अभिभावक के रूप में लगातार बेहतर मार्गदर्शन देने के साथ साथ संस्कार भी देने वाली उनकी नानी ने बताया कि भारती पढ़ाई के साथ साथ घरेलू काम काज में भी हाथ बटाती है। साथ ही अपने छोटी बहन को भी उनकी पढ़ाई में सहयोग करती है। सभी परिजनों, सहपाठियों व शिक्षकों के साथ मधुर व्यवहार करती है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लाटाबोड़ के प्राचार्य टीआर कोमिया ने बताया कि भारती यादव प्रारंभ से ही मेधावी छात्रा है। इनकी प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा ग्राम टेकापार में हुआ है। वह जब कक्षा नवमीं में हमारे विद्यालय में प्रवेश लिया, तभी से उनकी परिश्रम व विषयों में पकड़ को देखकर शिक्षकों द्वारा विशेष रूप से इन्हें बोर्ड की तैयारी हेतु सहयोग करने लगे। इसके अलावा शालेय गतिविधियों में हमेशा आगे बढ़कर सहभागिता देती है। उनके क्रियाकलापों से विद्यालय के अन्य छात्र-छात्राएं भी प्रेरित होते है। हमारे विद्यालय में सकारात्मक वातावरण और सुव्यवस्थित गार्डनिंग से बच्चों का मन हमेशा सकारात्मक बना रहता है और उनको बहुत अच्छा लगता है। विद्यालय में विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी संचालित है। कु भारती टेलीकॉम विषय की छात्रा है।

कभी जाहिर नही करती कि उसे सब पता है,,
लाटाबोड़ विद्यालय की स्काउड गाइड कैप्टन रामेश्वरी चौधरी ने बताया कि भारती जब कक्षा नवमी में प्रवेश लिया, तब बेहद शालीनता से रहती थी। शुरू में कोई प्रश्न किया जाता था, तो वह सटीक जवाब भी देती थी, लेकिन वह पहले से कभी यह जाहिर नहीं करती थी कि वह सभी प्रश्नों के उत्तर जानती है। एक दो माह बाद हम शिक्षकों को उनकी क्षमता का पता चला। हमारे विद्यालय के सभी कक्षाओं में प्रतिदिन 10 मिनट मेडीटेशन व योग भी कराते है। तो उस समय भारती को देखने पर उसमें एक अलग आभा दिखाई देता था। उनको जो भी काम दिया जाता था, पूरी लगन व ईमानदारी से करती थी। वह हमेशा सहयोग की भावना होने की वजह से कक्षा में अन्य बच्चों को समझाने के लिए तैयार रहती थी। इसके अलावा स्काउट गाइडिंग में भी अपने से पीछे वाले बच्चों को पूरी प्रक्रिया को समझाती है। हमारे विद्यालय में परीक्षा के समय विशेष पहल करते हुए प्रत्येक बच्चों को तनावमुक्त व शालीनता से परीक्षा देने के लिए मोटिवेशनल कार्यशाला भी आयोजित किया जाता है। सभी कक्षाओं में बच्चों को प्रेरक वाक्यों पर प्रतिदिन चर्चा भी किया जाता है, जिससे बच्चे उससे प्रेरित होकर अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु संकल्प ले कर आगे बढ़ सकें। इन्हीं प्रेरक वाक्यों में से एक ” मुझे कुछ करना है, अपने और अपनों के लिए” को अपनी कॉपी में लिखकर संकल्पित कु भारती ने एक बड़ी उपलब्धि को प्राप्त किया है। निश्चित ही उनकी इस उपलब्धि से विद्यालय परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है।