भ्रष्टाचार का भेट चढ़ गया 4 करोड़ 43 लाख में तैयार हुआ इस गांव का पुल, तीन दिन की बारिश में बह गई रोड़,2016 से बन रहा था पुल, छः साल में ये मिली सौगात

पुल के हर 20 फुट में दिख रही दरारें ,निर्माण अवधि 28 मार्च 2016 से 28 मार्च 2018 पुल की लंबाई 168 मीटर

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।

किस क़दर भ्रष्टाचार हावी है इसका भ्रष्टाचार का ताजा उदाहरण सामने आया है डोंगरगांव से लगे हुए बरगांव पुल पर पहुंच जाएं। उक्त पुल भ्रष्टाचार की इबादत लिख रहा है। इस पुल की 20 फीट लंबाई के बाद दरारें दिख रही है और पुल कभी भी बहने को तैयार खड़ा है। वहीं दूसरी ओर पुल के लिए बनाई गई सड़क 2 दिनों की बारिश में पूरी तरह बह गई। वहीं पुल और सड़क जो कि 4 करोड़ 43 लाख की राशि से तैयार किया गया है। वह अब आवागमन के लिए कम भ्रष्टाचार के लिए नमूने के तौर पर पहचाना जाने लगा है।

पुल में दरारें देखकर ग्रामीण नहीं चढ़ रहे पुल पर

6 साल मैं तैयार हुए पुल से लोग घबराने लगे हैं ग्रामीणों का कहना है कि पुल में कई जगह दरारें हैं वही बारिश के कारण नदी उफान पर है पुल में चलने से ऐसा लगता है कि कहीं वह गिर ना जाए।

नहीं हुआ है पैचिंग वर्क

पुल के किनारे किए गए पैचिंग वर्क में केवल खानापूर्ति की गई है कई जगह से पत्थर उखड़ गए हैं और कई जगह केवल मुरम डाल कर काम किया गया है।

यह होता है पैचिंग वर्क

किसी भी पुल की शुरुआत में दोनों ही सीटों पर मिट्टी का कटाव किया जाता है उक्त मिट्टी नदी के तेज बहाव से बहना इसलिए उसमें बड़े-बड़े पत्थरों को व्यवस्थित ढंग से लगाया जाता है इसके आधार पर ही पुल खड़ा होता है। किसी भी पुल का पैचिंग वर्क सही ना किया जाए तो उक्त पुल की समय सीमा कम हो जाती है और वह कभी भी नदी की धार में बह सकता हैं।

इनकी देख रेख में हुईं थी पुल की निर्माण

कार्यपालन अभियंता-एस वी पडेगावहकर
अनुविभागीय अधिकारी- टी एन संतोष
उप अभियांत्रिकी- ए आर रंगारी व उमेश साहू
ठेकेदार- इरेटट इन्फ्राट्रक्चर( अमर बम्बरा)

के माहेश्वरी कार्यपालन अभियंता, लोक सेतु निर्माण विभाग, राजनांदगांव ने कहा कि

पुल के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है एसडीओ को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं साथ ही जो भी पुल में कमी पाई गई है उसकी पूरी भरपाई ठेकेदार द्वारा की जाएगी इसका भी निर्देश दे दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *